चुनाव के बाद जब मशीनें स्ट्रांग रूम में रख दी जाता है इसके बाद हैकरों का असली काम शुरू होता है । EVM Haiking Kaise होती है यह यहाँ जानेगें ।
EVM Haiking Kaise- How is EVM hacking done?
EVM मशीनें जब उनके निर्धारित चुनाव-क्षेत्रों में भेजी जा चुकी होती हैं तो एक उच्चस्तरीय हैकरों की टीम सिर्फ यह सुनिश्चित करती है कि माइक्रोचिप लगी हुई मशीनें उन क्षेत्रों में पहुँचें जहाँ वे परिणामों में गड़बड़ी करना चाहते हैं । इसके बाद चुनाव हुए, मशीनों में वोट डल गये और मशीनों को कड़ी सुरक्षा के बीच कलेक्टोरेट के स्ट्रांग रूम में रख दिया गया ।
अब यहाँ से तकनीकी हैकरों का असली काम शुरू होता है । हैकरों की यह टीम उच्चस्तरीय तकनीकी उपकरणों की मदद से सैटेलाइट के जरिये उन मशीनों से डाटा प्राप्त करती है, डाटा को कम्प्यूटर पर लिया जाता है और उसमें चालाकी से ऐसा हेर-फेर किया जाता है कि एकदम से किसीको शक न हो अर्थात् ऐसा भी नहीं कि जिस प्रत्याशी को जिताना है सारे वोट उसे ही दिलवा दिये जायें ।
डाटा में हेर-फेर के पश्चात् उस डाटा को वापस इन्हीं माइक्रोचिप ट्रांसमीटर के जरिये मशीनों में अपलोड कर दिया जाता है। वोटिंग होने और परिणाम आने के बीच काफी समय होता है इतने समय में तो सारी मशीनों का डाटा बाकायदा एक्सल शीट (Excel Sheet) पर लेकर उसमें मनचाहे फेर-बदल गुणा भाग करके उसे वापस अपलोड किया जाता है । इस प्रकार की गड़बड़ी या धोखाधड़ी के फिलहाल सबूत नहीं हैं लेकिन आधुनिक तकनीकी युग में कम्प्यूटर के जानकार और विश्वस्तरीय उपकरणों से लैस हैकर कुछ भी करने में सक्षम हैं, इस बात को सभी मानते हैं ।
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EVM में धोखाधडी | EVM Fraud
– डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी
यह एक जटिल विषय है लेकिन मैं आसानी से बताता हूँ। जब हमारे पास पर्चेवाली मतदान प्रक्रिया थी । उस समय भी मतदान में धोखाधड़ी होती थी लेकिन वह बहुत कम और फुटकर मात्रा में थी । वह किसी एक निर्वाचन-क्षेत्र में या बूथ तक सीमित थी लेकिन यह EVM होलसेल धोखाधड़ी है ।
बताना चाहूँगा जो कोर्ट में भी बोल चुका हूँ कि 2009 के चुनाव में अंदाज से 90 सीटें काँग्रेस ने EVM फ्राड के द्वारा ही जीती हैं । और हमने इस प्रकार सिद्ध किया है कि अगर हम हर निर्वाचन-क्षेत्र का बूथ के अनुसार विश्लेषण करें तो पता चलेगा कि 113 जगहों पर अन्य पार्टियों को 0, 1, या 2 वोट मिले हैं । अगर तार्किक दृष्टि से देखा जाय तो यह असम्भव है । प्रति बूथ हर पार्टी के कम-से-कम पाँच लोग होते हैं तो उनके परिवार को मिलाकर कम-से-कम 25 वोट तो होते हैं । तो यह कैसे सम्भव है ?
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