EVM ka Virodh सिर्फ भारत में ही नही अन्य देशों मे भी होता है क्योकि यह असंवैधानिक है, इसमें धोखाधडी की अनंत संभावनाएं रहती है ।
EVM ka Virodh | ईवीएम का विरोध- जनता की आवाज
* EVM असंवैधानिक है क्योंकि इसमें वोट की पुष्टि करनेवाला कोई भौतिक सत्यापन का प्रावधान नहीं है । – जर्मन संवैधानिक न्यायालय मार्च 2009
* जर्मन कोर्ट का निर्णय भारत में भी लागू होता है क्योंकि दोनों लोकतांत्रिक देश है । – प्रसिद्ध वकील पॉल लेह्टो (पूर्व गर्वनर, वाशिंगटन स्टेट वार एसोसियेसन, यू.एस.ए)
* EVM संवैधानिक और कानूनी पहलुओं की पूर्ती नहीं करता । – वरिष्ठ भारतीय वकील रोक्साना स्वामी और अजय जग्गा
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* भारतीय चुनाव आयोग को वोटिंग मशीन में होनेवाले खतरों के बारे में 2000 से ही पता था । मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एम. एस. गील ने EVM के सुरक्षा-उपायों की जानकारियाँ लीं । इन्होंने कुछ परिवर्तन किये लेकिन मूलभूत दोष जो हैकिंग को आसान बनाते हैं, उन्हें रहने दिया । – डॉ सुब्रह्मण्यम् स्वामी
* अगर EVM निर्माणकर्ता स्वयं चिप,सरकिट बोर्ड में ट्रोजन वायरस डालें तो उसके खिलाफ हमारे पास कोई सुरक्षा नहीं है। – ओमेश सैगल पूर्व आई.ए.एस
* एक मुख्य क्षेत्रीय पार्टी के कुछ प्रतिनिधि हमारे से हैदराबाद में मिलने आये और वे बोले कि ‘हमें पता लगा है कि हैदराबाद में चुनावों में राजनैतिक दलों व प्रत्याशियों के लिए चुनाव फिक्स ((Fix) करनेवाले बेंगलौर के कुछ टेक्निकल विशेषज्ञ हैं क्या आप हमारे लिए यह काम कर सकते हैं ? – हरिप्रसाद
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