यहाँ आप Ashram Bapu Dharmantaran Roka I आसाराम बापू धर्मांतरण रोका कैसे इस विषय पर महानुभाओं के वक्तव्य पढने को मिलेगे। आप भी अपनी राय यहां कमेंट बाक्स में लिख सकते हैं ।
♦ श्री अशोक सिंघलजी, अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद : बापूजी आज हमारी हिन्दू संस्कृति को समाज में प्रतिष्ठित करने में लगे हुए हैं । उन्होंने आदिवासी, वनवासी लोगों को भी अपनी संस्कृति के प्रति निष्ठावान बनाने का जो महान कार्य किया है, उसके लिए पूरा हिन्दू समाज उनका ऋणी रहेगा और कभी उस ऋण को चुका नहीं पायेगा । ऐसे महान व्यक्तित्व ने अनेक प्रकार के सेवाकार्य पिछड़े क्षेत्रों में खड़े किये । यह जिनके लिए बरदाश्त से बाहर की चीज थी उन्होंने ही मीडिया द्वारा महाराजजी को ऐसे बदनाम करना चाहा है जैसे शंकराचार्य श्री जयेन्द्र सरस्वतीजी को किया गया था ।’’ ‘‘बापूजी के खिलाफ कुप्रचार खड़ा किया हुआ है । करोड़ों रुपये खर्च करके कुप्रचार करते हैं । यह एक पूरा षड्यंत्र है ईसाइयों का ।’’
♦ प्रसिद्ध न्यायविद् डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी – 1) घेराबंदी से ग्रस्त हिन्दुओ ! झूठे आरोपों व कुप्रचार के माध्यम से तुम्हारे मार्गदर्शक व संत योजनाबद्ध रीति से समाप्त कर दिये जायेंगे । जब तक यह बात तुम्हारी समझ में आयेगी, तब तक बहुत देर हो चुकी होगी । अतः सावधान !
2) धर्मांतरण कार्यों का प्रतिरोध करने में आशाराम बापू सबसे आगे हैं ।
3) हिन्दू-विरोधी एवं राष्ट विरोधी ताकतों के गहरे षड्यंत्रों को और हिन्दू संतों को बदनाम करने के उनके गुप्त हथकंडों को सीधे व भोले-भाले हिन्दू नहीं देख पा रहे ।
♦ पी. दैवमुत्थु सम्पादक, ‘हिन्दू वॉइस’ मासिक पत्रिका- बापूजी बगैर दिखावा किये सच्चाई से मानवता की सेवा कर रहे हैं । यही कारण है कि बापूजी के विरुद्ध कभी ईसाई मिशनरियाँ तो कभी मल्टीनेशनल कम्पनियाँ मीडिया को मोहरा बनाकर षड्यंत्र करती रहती हैं । देश में जब भी किसीके साथ अन्याय हुआ है तब-तब बापूजी ने उसका विरोध किया है ।
♦ श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंदजी सरस्वती, निरंजनी अखाड़ा : जिन हिन्दुओं को धर्मांतरित किया जा रहा था, आशारामजी ने उनकी धर्म-रक्षा की और उनमें हिन्दू धर्म के प्रति निष्ठा जगायी ।
♦ श्री धर्मेन्द्र भावानी अखिल भारतीय सहमंत्री, धर्म-प्रसार, विश्व हिन्दू परिषद- झुग्गी-झोंपड़ियों में मदद करने कोई नहीं गया, धर्मांतरणवाले धर्मांतरण करने जाते थे उनके सामने बापूजी और उनके साधक खड़े हुए और गरीबों को सहारा दिया, उन्हें स्वधर्मनिष्ठ बनाया ।
♦ स्वामी कमलेशदासजी महाराज, तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष, अ. भा. हिन्दू महासभा : संत आशाराम बापू ने जीवन की आहुति देकर लाखों-लाखों गरीबों को धर्मांतरित होने से बचाया, उन्हें आज जेल में रखा गया है ! यह बड़ी विडम्बना है ।
♦ श्री धनंजय देसाई, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू राष्ट— सेना- ईसाई मिशनरियों ने अपनी पूरी जिंदगी बरबाद कर दी पिछड़े वर्ग का धर्मांतरण करने में और पूज्य बापूजी जैसे अवतारी पुरुषों ने अपने प्रवचनों से ऐसा क्रांतिकारी परिवर्तन कर दिया कि लाखों की तादाद में ईसाई बने हमारे भाई-बहन घर वापस आ गये, शुद्धिकरण प्रक्रिया हो गयी । पूज्य बापूजी ने ईसाई बने आदिवासियों को फिर से अपने धर्म में लाया । हमें आध्यात्मिक मार्ग द्वारा राष्ट—भक्ति की ओर प्रेरित किया है । आशारामजी बापू विश्व का कल्याण करने में जुटे हुए सबसे अग्रणी महान संत हैं ।
♦ अयोध्या के श्री सतेन्द्रदासजी वेदांती- धर्मांतरण रोकने के लिए पूज्य बापूजी ने जितना काम किया है उतना शायद ही किसीने किया होगा । उनके साथ इतना घोर अन्याय हो रहा है !
♦ धर्मांतरण पर सतत चिंतन करनेवाले राष्ट्रीय संत, जिनके करोड़ों अनुयायी देश-विदेश में रहते हैं, ऐसे संत श्री आशारामजी बापू को षड्यंत्रकारी बदनाम कर रहे हैं । हमारे देश में आतंकवादी, हत्यारों को तो जेल में वीआईपी सुविधा दी जा रही है लेकिन संत श्री आशारामजी बापू जैसे संतों को बहुत परेशान किया जा रहा है ।- महंत सुरेन्द्रगिरिजी महाराज, मठ-मंदिर सलाहकार समिति, म.प्र. शासन
Ashram Bapu Dharmantaran Roka I आसाराम बापू धर्मांतरण रोका
♦ बापूजी ने धर्मांतरणवालों का विरोध करने के लिए हिन्दुओं को जागृत किया । यह भी संस्कृति-विरोधी टीवी चैनलों या हिन्दू विद्वेषी शासकों को मान्य नहीं था, इसलिए यह षड्यंत्र एवं दुष्प्रचार चल रहा है । – डॉ. सुरेश गुंजाल, सनातन हिन्दू जनजागृति समिति
♦ बापूजी धर्म-परिवर्तन नहीं होने दे रहे हैं । वे गौ-रक्षा, हिन्दुत्व की रक्षा के लिए सचेत करते हैं । वे सरेआम बोलते हैं कि ‘धर्म मत बदलो ।’ इसलिए बापूजी को निशाना बनाया जा रहा है । बापूजी सनातन धर्म के रक्षक हैं । – श्री रुद्रपुरीजी महाराज
♦ आशारामजी बापू ने हिन्दुओं का धर्म-परिवर्तन करने से रोका और जो गये हुए थे उनकी वापसी करवायी । तो इन मिशनरियों को यह सहन नहीं हुआ । – श्री नरेश पंडित, प्रधान, बजरंग दल (पंजाब)
♦ महामंडलेश्वर स्वामी श्री स्वात्मबोधानंदजी महाराज : बापूजी ने धर्मांतरण को रोक के समाज के भोले-भाले लोगों को, जो हिन्दुत्व की शिक्षा में पिछड़ चुके थे, बहुत आगे ला दिया था और उसका यह परिणाम हुआ कि विदेशी सभ्यतावालों ने कुचक्र किया ।
♦ महामंडलेश्वर श्री रामस्वरूपजी महाराज, उपाध्यक्ष, हिन्दू महासभा : आशारामजी बापू ने एक बहुत बड़ा अपराध किया कि हिन्दुओं को ईसाई बनने से बचा लिया इसलिए उनको यह सजा मिली है ।
♦ वरिष्ठ अधिवक्ता श्री बी. एम. गुप्ता- देशभर में विभिन्न राज्यों के आदिवासियों को बापूजी के निर्देशानुसार आश्रम द्वारा राशनकार्ड दिया गया है । हर महीने अनाज, कपड़ा, बर्तन आदि जीवनोपयोगी सामग्री के साथ पैसे तथा हर तरह की आर्थिक मदद उनको दी जाती है । रहने के लिए उनको मकान बनाकर दिये गये हैं । यह बात मिशनरियों को सहन नहीं हुई ।
♦ श्री नागेन्द्रजी ब्रह्मचारी : ईसाई मिशनरियाँ जो धर्मांतरण कर रही हैं, उन्होंने कुछ राजनेताओं के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा है । इसीलिए पॉक्सो का केस लगाया गया ताकि इस धारा से बापूजी को प्रताड़ित किया जा सके ।
♦ भागवताचार्य साध्वी सरस्वतीजी : बापूजी के साथ ऐसा क्यों हो रहा है ? क्योंकि बापूजी धर्म के लिए, सनातन संस्कृति के लिए और धर्मांतरण रोकने के लिए मुख्य रूप से कार्य कर रहे थे । मिशनरियों ने देखा कि ‘ये संत तो हमारा धंधा चौपट करने में लगे हुए हैं तो क्यों न पहले इन पर ऐसे आरोप लगाये जायें कि इनका जो धर्म का स्तम्भ है वह टूट जाय ।’
♦ श्री अखिलेश तिवारीजी, अध्यक्ष, ब्राह्मण एकता सेवा संस्थान : धर्मांतरणवालों ने षड़्यंत्र किया कि बापूजी पर ऐसा आरोप लगाया जाय जिससे सनातन धर्म एकदम से नष्ट हो जाय ।
♦ श्री मनिंदरजीत सिंह बिट्टा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा- जो-जो साजिशें बापूजी के खिलाफ की गयी हैं, वे भी आज नहीं तो कल सबके सामने आयेंगी और पता चलेगा कि किन-किन लोगों ने राजनीति के द्वारा या किसी अन्य तरीके से साजिशें की हैं ।
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♦ सुप्रसिद्ध न्यायविद् सुब्रमण्यम स्वामी- ‘‘विदेश से आये हुए धर्म-परिवर्तन करनेवाले लोगों का आशारामजी बापू ने डटकर मुकाबला किया ।
♦ श्री जुगल किशोरजी, अखिल भारतीय मंत्री, विहिप- बापूजी का देश के लिए बड़ा अमूल्य योगदान है । इससे ईसाई मिशनरियों को बड़ा झटका लगा और उनके षड्यंत्र के कारण आज संत आशारामजी बापू जेल के अंदर हैं ।
♦ श्री धर्मनारायण शर्माजी, अखिल भारतीय मंत्री, विहिप- संत आशारामजी बापू ने धर्मांतरण रोकने के लिए व्यापक स्तर पर साहित्य प्रचारित किया, जगह-जगह धर्मांतरण के विरुद्ध बोले भी इसलिए उन पर घृणित आरोप लगाकर उन्हें आज तक जेल में डाला हुआ है ।
♦ टी. राजा सिंहजी, विधायक, हैदराबाद : उनका कसूर है कि जहाँ-जहाँ धर्मांतरण किया जा रहा था, वहाँ-वहाँ जाकर आशारामजी बापू धर्मांतरित लोगों को हिन्दू धर्म में वापस लाये यानी घर-वापसी का कार्यक्रम बड़े पैमाने पर किया । उनका कसूर है कि उन्होंने हिन्दुत्व का, धर्म का प्रचार किया ।
♦ श्री मयूर एम. बारोट, उपाध्यक्ष, भारतीय पत्रकार संघ, मध्य गुजरात- क्रिश्चियन लोग धर्मांतरण का जो काम कर रहे थे, उसमें संत आशारामजी बापू रुकावट बनते थे इसलिए उन्होंने बापूजी को अपने रास्ते से हटाने के लिए ऐसा काम करवाया (जेल भिजवाया) है ।
♦ श्री राजेन्द्र कुमार जोशी, ग्राम विकास प्रमुख, रा.स्व. संघ, नड़ियाद विभाग (गुज.) : वनवासी क्षेत्र के अंदर संत आशारामजी बापू की मोबाइल डिस्पेंसरी (चल-चिकित्सालय), सत्संग-केन्द्र चलते हैं । यह काम रुक जाय और जो मिशनरियों का मकसद था, उसमें वे सफल हो जायें इसलिए यह षड़्यंत्र रचा गया है ।
♦ भागवत कथाकार संत हरिराम शास्त्रीजी, अंतर्राष्ट—ीय रामसनेही सम्प्रदाय, जोधपुर : धर्म की गंगा बहाने, धर्म-परिवर्तन को रोकने तथा भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण बनाने में संत आशारामजी बापू की अहम भूमिका रही है ।
Realated Artical:
♦ बाबा फलाहारी महाराज (वैष्णव परम्परा), अंतर्राष्टोीय अध्यक्ष, लश्कर-ए-हिन्द : धर्म-जागृति एवं हिन्दुओं के धर्मांतरण पर रोक का काम बापूजी बखूबी कर रहे थे । बापूजी को जेल भेजा जाना मिशनरियों का ही षड्यंत्र है ।
Ashram Bapu Dharmantaran Roka I आसाराम बापू धर्मांतरण रोका
♦ टी. राजा सिंह लोध, विधायक, गोशमहल (हैदराबाद) : मैं तो संत आशारामजी के चरणों में प्रणाम करता हूँ क्योंकि उन्होंने धर्मांतरण को रोकने व धर्म-रक्षा के लिए अनेक कार्य किये हैं
♦ आचार्य श्री निवृत्तिनाथ येवले, प्रवचन-कीर्तनकर्ता व राष्ट्रीय प्रचारक, वारकरी सम्प्रदाय: आज धर्म का ज्यादा-से-ज्यादा प्रचार-प्रसार घर-घर तक करने का कार्य संत आशारामजी बापू ने किया है । बच्चों में सुसंस्कार सिंचन, आयुर्वेदिक औषधियाँ, गौ व गरीबों की सेवा आदि के माध्यम से बहुत बड़े सेवाकार्य उन्होंने किये हैं । धर्मांतरण को रोकने का कार्य भी उन्होंने बड़े स्तर पर किया है । बापूजी जैसे संत का संतत्व जन्मसिद्ध है, उन्हें किसीके प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं होती है ।
♦ आचार्य जितेन्द्रजी आर्य, प्रमुख, स्वदेशी मंदिर, उज्जैन- संत (आशारामजी बापू) ने पूरे जीवनभर देश व धर्म के लिए, धर्म-रक्षा, राष्ट—-रक्षा के लिए काफी सारे कार्य किये, इस देश को तोड़ने के लिए आये ईसाइयों के धर्मांतरण-अभियान को जिन्होंने एक तरीके से बाँध बन के रोक दिया ।
♦ डॉ. सुमन कुमार (पूर्व पादरी रॉबर्ट सोलोमन), वर्तमान में रा.स्व.संघ के प्रचारक- धर्मांतरण रोकने और जनहितकारी प्रवृत्तियों में पूजनीय संत श्री आशारामजी बापू अग्रणी संत हैं । मैं इसी कार्य के उद्देश्य से आदिवासी, वनवासी क्षेत्रों में, गाँवों और शहरों में – पूरे देशभर में भ्रमण कर चुका हूँ । बापूजी द्वारा की जा रही धर्म-रक्षा, धर्म-सेवा बेजोड़ है । धर्मांतरण करनेवाले लोग हमारे पूजनीय बापूजी के खिलाफ साजिश कर रहे हैं ।
♦ अयोध्या के ही स्वामी अवधकिशोर शरणजी- पूज्य संत श्री आशाराम बापूजी को मिशनरियों ने जबरदस्ती षड्यंत्र में फँसाया, एक लड़की द्वारा झूठा आरोप लगवा के जेल भिजवाया यह सरेआम उनके साथ गलत हुआ । सभी धर्मप्रेमियों, भक्तों, समाज व सभी संत-महापुरुषों से अनुरोध करूँगा कि जैसे राम मंदिर के लिए सभीने इतना किया इसी तरह पूज्य बापूजी के लिए भी आवाज उठायें ।
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