Sant Atyachar par Aavaj उठानी चाहिए, यदि इसी तरह संतों पर षड्यंत्र होता रहा तो भारत की अस्मिता, संस्कृति सुरक्षित नहीं रह पायेगी ।
Sant Atyachar par Aavaj । संत अत्याचार पर आवाज । Voice on Saint Tyranny
कुछ शक्तिशाली लोग हैं जो परदे के पीछे से हिन्दू धर्म, साधु-संन्यासियों और धार्मिंक स्थलों को बदनाम करने में लगे हुए हैं । – पी. परमेश्वरन (अध्यक्ष विवेकानंद केन्द्र , कन्याकुमारी)
राजनैतिक षड्यंत्र के तहत् ही हिन्दू आस्था, मानबिन्दुओं व हिन्दू संतों पर कुठाराघात किया जा रहा है । मठ -मंदिरों में सरकार कब्जा जमाने का प्रयास कर रही है । – शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती (जगन्नाथपुरी)
अगर संतों को जेल में डालकर बदनाम करने का षड्यंत्र होता रहा तो भारत की अस्मिता, भारत की संस्कृति सुरक्षित नहीं रह पायेगी । – शंकराचार्य श्री नरेन्द्रानन्द सरस्वती (काशी सुमेरु पीठ )
षड्यंत्रों का एकमात्र उद्देश्य होता है हिन्दू समाज के श्रद्धा केन्द्र हिल जाएं । – चम्पत राय (महामंत्री विहिप)
अवश्य पढेंः- संतों पर अत्याचार क्यों ?
झूठे आरोपों व कुप्रचार के माध्यम से तुम्हारे मार्गदशक व संत योजना बद्धरीति से समाप्त कर दिये जायेंगे । अतः सावधान ! – सुब्रमण्यम स्वामी
साधु-संत हमारे जीवन की धरोहर हैं और हम सबको मिलकर प्रयास करना है कि इस धरोहर को कभी कोई आँच न आये । – सुरेन्द्र पाल (द्रोणाचार्य, धारावाहिक महाभारत)
भारत के लिए सर्वाधिक संकट यही होगा कि वह अपने धर्म से वंचित हो जाये । भारत ही भारत को बचा सकता है तथा भारत और हिन्दू धर्म एक रूप है । हिन्दू धर्म के बिना भारत का कोई भविष्य नहीं । – डॉ. एनी बेसेन्ट
मैं ईसाई धर्म को एक अभिशाप मानता हूँ, उसमें आंतरिक विकृति की पराकाष्ठा है। वह द्वेषभाव से भरपूर वृत्ति है। इस भयंकर विष को कोई मारण नहीं । ईसाईयत गुलाम, क्षुद्र और चांडाल का पंथ है । – फिलॉसफर नित्शे
हिन्दुत्व सदा बहने वाला (बारहमासी) दर्शन है जो कि सभी धर्मों का केन्द्र है । – अलड्स हक्सल
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