जेल की सलाखों के भीतर जीवन बिताने वाले Narayan Sai Ki Hakikat क्या है, इनके उपर हुए केश की सच्चाई लडकी के छेडछाड की हकीकत क्या है ।
Narayan Sai Ki Hakikat | Reality of Narayan Sai
जेल की सलाखों के भीतर जीवन बितानेवाले नारायण साँईं कभी मॉरीसस के मुख्य अतिथि बनकर वहाँ के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति आदि से सम्मानित होते थे । अमेरिका, अफ्रीका, इंडोनेशिया, इंग्लैण्ड, कनाडा, दुबई, हांगकांग, थाइलैण्ड, सिंगापुर, नेपाल आदि देशों में संत नारायण साँईंर् का सत्संग, सेवाकार्य व प्रभाव दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा था। विदेशों में अनेकों सेवाकार्य फैलाने के बाद ज्यों-ही इन्होंने भारत में अपना पैर जमाना शुरू किया, त्यों-ही षडयंत्रकारियों ने इन्हें अच्छी तरह जाल में फँसाकर जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया। फिर भी इन्होंने भारत में बहुत से आश्रम बनाये व बहुत सारे सेवाकार्य शुरू किये ।
Narayan Sai Ki Hakikat- भगोड़ा नारायण साँईं :
गुजरात हाईकोर्ट ने नारायण साँईं के गैर जमानती वारंट व भगोड़ा घोषित करने के दोनों वारंट को रद्द कर दिया था । न्यायालय ने कहा ‘नारायण साँईंर् शुरूआत से आखिर तक भगोड़ा थे ही नहीं, उन्हें भगोड़ा कहना बिल्कुल गलत है।’ पानीपत ‘सेसन कोर्ट’ में पेशी के लिए चंडीगढ़ ‘हाई कोर्ट’ ने रोक लगायी थी फिर भी सूरत पुलिस ‘हाई कोर्ट’ की अवहेलना करते हुए दिनांक 8 फरवरी 2016 को नारायण साँईंर् को पानीपत ले गयी और उन्हें करनाल जेल में रखा ।
Related Artical: आसारामजी की जेल कहानी
छेड़छाड़ :
सूरत की एक महिला ने 6 अक्टूबर 2013 को एक एफ. आई.आर. दर्ज कर नारायण साँईं के ऊपर छेड़छाड़ का आरोप लगाया । 7 अक्टूबर को नारायण साँईं को जान से मारने की कोशिश की गई। आरोप है कि इन्होंने 13 साल पहले इस युवती से छेड़छाड़ की । यही महिला आरोप लगाने के पहले तक इनको भगवान मानकर पूजती रही व इनके सत्संगों में आती रही ।
हमारे देश में संतों को बदनाम करने का एक षड्यंत्र चल रहा है । हिन्दू धर्म, संस्कृति को नष्ट करने के लिए गंदे-गंदे आरोप लगाते रहते हैं। हिन्दू धर्म के खिलाफ देश के भीतर वातावरण पैदा किया जा रहा है । – श्री अशोक सिंघल, वि.हि.प.
अवश्य पढें-
0 Comments