Asaram Bapu ka Sach के वारे में सुब्रमण्यम स्वामी व सुरेश चव्हाण क्या कहते हैं आसाराम बापू के उपर हुए केस व इसके पीछे किसका हाथ है जानिये ।
Asaram Bapu ka Sach- सुब्रमण्यम स्वामी व सुरेश चव्हाण का मत
सुब्रमण्यम स्वामी : आसाराम बापू के खिलाफ एफ.आई.आर. में जिससे प्रचार हुआ है कि रेप का चार्ज है । मैंने वह एफ.आई.आर. पढ़ी है व सारी चीजों को देखने से मुझे लगता है कि इनके खिलाफ केस बनता ही नहीं है । लड़की की मेडिकल जाँच में लिखा है कि एक भी स्क्रॅच नहीं है, रेप की तो बात ही छोड़िये ।
सुरेश चव्हाण : वहाँ के डीसीपी ने भी कहा था कि ‘ रेप का आरोप ही नहीं है ।’
सुब्रमण्यम स्वामी : हाँ, आरोप ही नहीं है ! एक झूठा सर्टिफिकेट पेश कर लड़की को नाबालिग बना दिया (बालिग होने के सर्टिफिकेट भी मिल रहे हैं) । और वो कहते हैं उसका ट्रायल चल रहा है, ट्रायल तो होता ही नहीं ।
अवश्य पढें– ईसा मुसा और आसाराम
सुरेश चव्हाण (चेयरमैन सुदर्शन चैनल) : जिस आरोप के लिए तीन साल सजा हो सकती है, उसमें ढाई साल से उनको जेल में रखा है। (और वो 78 साल के हैं ।) जयललिता, सलमान आदि बाहर आ सकते हैं लेकिन इनको ?
सुब्रमण्यम स्वामी : जयललिता छोड़िये, मैं कहता हूँ कि तरुण तेजपाल, उसका तो सी.सी.टी.वी. ने सब बता दिया । उसको तीन महीने में बेल दे दिया । इनको ढाई साल हो गया । इसके पीछे कौन है मैं बता रहा हूँ… सोनिया गांधी के कहने पर गहलोत ने इस केस को किया। टेक्नीकली केस बनता नहीं है। केस को लम्बा खींच रहे हैं, दुनियाभर में बापू को बदनाम करने के लिए ।
सुरेश चव्हाण : लेकिन अब तो दोनों जगह भाजपा की सरकार है ।
सुब्रमण्यम स्वामी : वसुंधरा ! वो तो डरपोक है । मैंने उसे कहा भी ‘व्हाट इस दिस नॉनसेंस’ ये जो हो रहा है। वहाँ जो लड़की का वकील है उसके नाम से ही रेप का चार्ज है, असली रेप चार्ज । मैंने कहा यह क्या हो रहा है । मैं तो नहीं कह रहा कि इनको छोड़ दो, इनका केस वापिस कर दो पर बेल देने में क्या समस्या है ?
बापूजी के साथ बहुत बड़ा अन्याय हुआ है । उनका मूलभूत अधिकार बनता है जमानत पर बाहर आने का । बापूजी एक संत है, इनका बड़ा व्यापक भक्त-समुदाय है सारी दुनिया में, उनको बदनाम करना ! बड़ी गम्भीरता से विचारना चाहिए। जहाँ मुझे लगता है कि अन्याय हुआ है, वहाँ मैं लडूँगा ।
Related Artical:
0 Comments