Gau Sanskriti kya hai- गौ संस्कृति का मतलब प्राकृतिक पर्यावरण के साथ कम-से- कम छेड़छाड़ करते हुए अपना तालमेल बैठाकर जीवन जीने का तरीका ।
Gau Sanskriti kya hai | गौ संस्कृति क्या है | what is cow culture ?
खेती, गौपालन, बागवानी और इन तीनों से जुड़े हुए उद्योगों (कामकाज) पर टिकी हुई एक जीवन शैली है । गौ-संस्कृति यानी बहुआयामी कृषि प्रणाली पर टिकी हुई जीवन व्यवस्था ।
* गौ-संस्कृति आधुनिक विज्ञान की अत्याधुनिक स्थापनाओं और शोधो के आधारभूत तथ्यों पर टिकी हुई है ।
*. यह जीवन शैली प्राकृतिक पर्यावरण की विशुद्धता के साथ कम-से- कम छेड़छाड़ करते हुए यानी प्रकृति में जितने भी प्राणी-पशु, पक्षी, जल, जीव, जीवाणु आदि है उसके साथ अपना तालमेल बैठाकर जीवन जीने का तरीका है ।
* गोबर रेडियोधर्मिता सोखता है एवं ईंधन, खाद की भी आपूर्ति करता है ।
* गोसेवा केन्द्रित जीवन-पद्धति, गौशाला केन्द्रित ग्रामोद्योग और गोचर केन्द्रित कृषि से स्थायी, समग्र व संतुलित विकास संभव है ।
* आधा टन वजन की गाय रात-दिन में 12 सौ वाट की गर्मी देती है। गोवंश लगभग 30 हजार मेगावाट जितनी ऊर्जा देता है। गायों के लिए गौशालाएँ आश्रय स्थल हैं, जो ऊर्जा केन्द्र बन सकती हैं ।
* गोधन से विकसित धान्य और धन मानवता को हृदयहीन व जड़ होने से बचाता है ।
* आधुनिक सभ्यता प्राकृतिक सम्पदा का अंधाधुंध दोहन कर रही है । पिछले 50-60 वर्षों से सारी दुनिया का पर्यावरण बुरी तरह प्रदूषित हुआ है। संसार के सभी प्रबुद्ध वैज्ञानिक इस स्थिति से चिंतित हैं ।
अतः आज समाज को समझाने की जरुरत है कि Gau Sanskriti kya hai और इसे कैसे अपनाया जा सकता है । For More Information: https://srsinternational.org/gau-raksha-ek-andolan-multi-languages
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