जब तक दुनिया में मुसलमान व कुरान रहेगी विश्व में शांति स्थापित होना असंभव है ऐसी Islam ke Viruddh Aavaj उठ रही है । धर्मं के नाम पर मुसलमानों द्वारा कई देशों में हिंसक लड़ाईयाँ चालू है ।
Islam ke Viruddh Aavaj | इस्लाम के विरुद्ध आवाज
- जब तक दुनिया में कुरान रहेगी विश्व में शांति स्थापित होना असंभव है। – भूतपूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ग्लैडस्टोन ।
- मुसलमानों ! अगर तुमको हमारे धर्म से कोई आपत्ति है तो ऑस्ट्रलिया से बाहर चले जाओ। अगर नमाज पढ़ना है तो अपने घरों में पढ़ो। हमारे सार्वजनिक स्थानों और स्कूलों में नहीं। – जूलीया गिलार्ड : ऑस्ट्रलिया के प्रधानमंत्री
- जड़ से मिटा देंगे इस्लामिक आतंकवाद । – डेविड कैमरून (ब्रिटेन प्रधानमंत्री)
- हत्यारे, लुटेरे और व्यभिचारी इस्लाम को मिटा दो, नहीं तो मिट जाओगे। – अयोध्या प्रसाद त्रिपाठी
- हिन्दू-मुस्लिम एकता एक असंभव कार्य । – डा. भीमराव आंबेडकर
- मुसलमानों को मजहब के नाम पर विशेष सुविधाएँ चाहिए तो वे पाकिस्तान चले जाएँ इसीलिए उसका निर्माण हुआ है । – सरदार वल्लभ भाई पटेल
- किसी दिन हिन्दुओं को मुसलमानों से लड़ने हेतु तैयार होना चाहिए । – महर्षि अरविन्द
- अज्ञानी मुसलमानों का दिल ईश्वरीय प्रेम और मानवीय भाईचारे की शिक्षा के स्थान पर नफरत, अलगाववाद, पक्षपात और हिंसा से कूट कूट कर भरा है । – स्वामी रामतीर्थ
- इस्लाम बहुत अलग है, इस लिहाज से कि यह भयंकर रूप से असहनशील है । – जॉर्ज बर्नार्ड शॉ
- लोग ईस्लाम छोड़ने पर मार दिये जाने से डरते हैं इसलिए ईस्लाम का अस्तित्व है। अगर ईस्लाम धर्मत्यागी सजा का त्याग कर देता तो ईस्लाम का अस्तित्व नहीं होता । – युसुफ-अल करादवी, head of muslim Brotherhood and a Leading scholar of sunni Islam (90% of muslim)
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धर्मं के नाम पर मुसलमानों द्वारा विभिन्न देशों में हिंसक लड़ाईयाँ
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जब तक किसी देश में मुसलमानों की संख्या 2 प्रतिशत के आस-पास या उससे कम होती है तब तक ये लोग ज़्यादातर एक शांतिप्रिय अल्पसंख्यक माने जायेंगे, न कि अन्य किसी प्रजाति के प्रति खतरे के रूप में । निम्नोक्त देशों में ऐसा ही है :
संयुक्त राज्य अमेरिका – 0.06% , आस्ट—ेलिया – 1.5% , कनाडा – 1.9% , चाइना – 1.8% , इटली – 1.5% , नॉर्वे – 1.8% संख्या 80% हो जाने पर आप हर रोज़ धमकाएँ जाने और धर्मं के नाम पर हिंसक लड़ाईयों तथा सरकार द्वारा संचालित किसी खास समुदाय का संपूर्ण सफाया और यहाँ तक कि किसी जाति विशेष को समूल समाप्त करने वाली प्रवृत्तियों की आशा कर सकते हैं ।
ऐसा तब होता है जब ये देश अभक्तों/नास्तिकों /काफिरों को बाहर निकाल कर अपने देश को 100% मुस्लिम देश बनाने पर उतारू हो जाते हैं; जैसा कि निम्नोक्त कई देशों में हो चुका है या होने जा रहा है:-
बांग्लादेश – 83% , मिस्र – 90% , गाजापट्टी – 98.7% , इंडोनेशिया – 86.1% , ईरान – 98% ,इराक – 97% , जॉर्डन – 92% , मोरक्को – 98.7% , पाकिस्तान – 97% , फिलिस्तीन – 99% , सीरिया – 90% , ताजीकिस्तान – 90% , तुर्की – मुस्लिम 99.8% , संयुक्त अरब अमीरात – 96%
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Realated Artical- इस्लाम क्या है ?
अधिक जानकारी के लिएः https://bit.ly/3MoXpfv
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