Sant AsharamBapu Kaun Hai ? I संत आसारामबापू कौन हैं ? I Who is Sant AsharamBapu ?

Written by Rajesh Sharma

📅 January 5, 2024

Sant Asaramji ke Chamatkar

राष्ठ्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री आदि विषिष्ठ लोगों के Snat AsharamBapu Kaun Hai ? इस विषय पर विचार संतों, राजनेताओं, पत्रकारों आदि के यहाँ मिलेगें ।

♦ कानून में किसीको भी फँसाया जा सकता है । आशारामजी बापू पर लगा यह आरोप, केस – सारा कुछ बनावटी है । इस उम्र में बापूजी को इतना कष्ट दिया गया है और इस प्रकार से उनके तथा उनके नाम से हिन्दू संतों और हिन्दू समाज के सिर पर कुल्हाड़ा मारा गया है । हिन्दू धर्म के खिलाफ देश में वातावरण पैदा हो इसलिए भारी मात्रा में फंड्स देते हैं विदेशी लोग । उन्हें मालूम नहीं है कि हमारी जड़ें कहाँ पर हैं । वे खुद मिट जायेंगे लेकिन हमें नहीं मिटा पायेंगे ।- श्री अशोक सिंघलजी, अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद

♦  ‘‘परम पूज्य बापूजी ब्रह्मस्वरूप संत हैं । उनके दर्शनमात्र से जीवन में उन्नति हो जाती है ।’’ -‘कांची कामकोटि पीठ’ के शंकराचार्य श्री जयेन्द्र सरस्वतीजी :

♦  साध्वी ऋतम्भराजी : इस देश के अंदर सबसे बड़ा षड़्यंत्र है भारतीय जनता की आस्था का हरण करना । जनता को अपनी धर्मनिष्ठा, गुरुनिष्ठा पर खड़े रहना चाहिए ।

♦ बालयोगी अर्जुनपुरीजी महाराज, तुलसी मानस मंदिर हरिद्वार के संस्थापक एवं जूना अखाड़ा के वरिष्ठ महामंडलेश्वर : संत श्री आसारामजी ने जो अध्यात्म का प्रचार-प्रसार किया है वह तो बेमिसाल और स्तुत्य है, जितनी सराहना करो कम है ।

♦  जूना अखाड़ा’ पीठाधीश्वर स्वामी श्री अवधेशानंदजी : ‘‘पूज्य बापूजी में हिमालय जैसी उच्चता, पवित्रता, श्रेष्ठता है और सागरतल जैसी गम्भीरता है । वे राष्ट्र की अमूल्य धरोहर हैं । बापूजी अध्यात्म की एक प्रेरणा-ज्योति हैं और यह प्रेरणा-ज्योति विश्व को दिशा देगी ।’’

♦ ब्रह्मर्षि हेमंत कश्यपजी महाराज, सुप्रसिद्ध भागवताचार्य, हरिद्वार- सनातन धर्म की नींव को किसीने अगर मजबूत किया है तो संत श्री आशारामजी बापू ने किया है । पूज्य बापूजी के साथ अन्याय हो रहा है । बुद्धिजीवियों को इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए ।

♦ डॉ. रामविलास वेदांतीजी महाराज, पूर्व सांसद, लोकसभा : आशाराम बापूजी ने देश व समाज के लिए जो किया है, शायद ऐसा और किसी संत ने नहीं किया है ।

♦ बापूजी महापुरुष थे, महापुरुष हैं व महापुरुष रहेंगे ।’’    – आचार्य श्री कौशिकजी महाराज

♦ ‘‘परम पूज्य आशारामजी बापू की जीवनगाथा ज्ञात होने पर कोई भी व्यक्ति जिसे भगवान में आस्था है, उनके चरणों में नतमस्तक होगा । – पू. डॉ. जयंत आठवलेजी, संस्थापक, सनातन संस्था

Sant AsharamBapu Kaun Hai ? I संत आसारामबापू कौन हैं ?

♦ ‘‘पूज्य बापूजी एवं उनके आश्रम द्वारा गरीबों और पिछड़े लोगों को ऊपर उठाने के कार्य चलाये जा रहे हैं मुझे प्रसन्नता है । मानव-कल्याण के लिए, विशेषतः प्रेम व भाईचारे के संदेश के माध्यम से किये जा रहे विभिन्न आध्यात्मिक एवं मानवीय प्रयास समाज की उन्नति के लिए सराहनीय हैं ।’’      – डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, तत्कालीन राष्ट्रपति

♦ ‘‘पूज्य बापूजी द्वारा दिया जानेवाला नैतिकता का संदेश देश के कोने-कोने में जितना अधिक प्रसारित होगा, जितना अधिक बढ़ेगा, उतनी ही मात्रा में राष्ट्रसुख का संवर्धन होगा, राष्ट्र की प्रगति होगी । जीवन के हर क्षेत्र में इस प्रकार के संदेश की जरूरत है ।’’- श्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री एवं उपप्रधानमंत्री

♦ आचार्य श्री कौशिकजी महाराज- आज भी आशारामजी बापू के भक्तों के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ा है, पूरी श्रद्धा है । जो सुना जाता है वही सही नहीं होता, कुछ वह भी सही होता है जिसको हम सुन नहीं पा रहे । कितनों के शराब-कबाब, कितनों का जुआ और कितने लोगों के कई प्रकार के दुर्व्यसन छुड़ाये, कितने बिखरे परिवारों को बचाया इन महापुरुष ने !

♦ श्री राजेन्द्रस्वरूपजी महाराज, अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय सनातन धर्म संत समाज- आज के इस कलिकाल में करोड़ों लोगों में संयम, सत्यनिष्ठा, धर्मनिष्ठा, भक्तिभाव, दया, वैराग्य जैसे सद्गुणों का संचार करना और उन्हें ईश्वरप्राप्ति जैसे परम लक्ष्य की ओर अग्रसर करना यह कोई साधारण व्यक्ति का काम नहीं, सिद्ध महापुरुष ही ऐसा भगीरथ कार्य कर सकते हैं । और संत आशारामजी बापू ने यह भगीरथ कार्य किया है ।

♦ डॉ. माधव भट्टराई, अध्यक्ष, राष्ट्यरी धर्मसभा, काठमांडू (नेपाल) : बापूजी के प्रवचन से हम प्रेरणादायी ऊर्जा प्राप्त करते हैं । धर्म-रक्षा के लिए बापूजी ने जो आजीवन प्रयत्न किया, वह अद्वितीय एवं प्रेरणादायी है ।

♦ संत आशारामजी बापू का समाज के प्रति कितना प्रेम है कि अपने शरीर की होली करके (पीड़ाएँ सह के) भी सबकी दिवाली कर देते हैं ! – संत श्री रामचैतन्य बापू, महामंत्री, अखिल भारतीय साधु समाज

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♦ परमहंस स्वामी अद्वैतानंदजी महाराज, बद्रिका आश्रम : बापूजी ने इस संस्कृति को बढ़ाने में बहुमूल्य योगदान दिया है ।

♦ महंत श्री रामगिरि बापू, महानिर्वाणी अखाड़ा : वे लोग बड़े भाग्यशाली हैं, जिनको बापूजी जैसे महान सद्गुरु मिले हैं ।

♦ संत हरिदासजी महाराज, वैष्णव सम्प्रदाय : किसी भी माध्यम से पूज्य बापूजी की सच्चाई, निर्दोषता जन-जन तक पहुँचे ऐसी सेवा करनी चाहिए । इस परिस्थिति में भी जो बापूजी से जुड़े हुए हैं, सेवा में जुड़े हुए हैं वे धरती पर के देवता हैं, उनको मेरा प्रणाम है ।

♦ श्री फूलकुमार शास्त्रीजी, अंतर्राष्ट्रीय भागवत कथाकार : हमारे जो भाई-बहन सनातन धर्म की महिमा को भूलते जा रहे हैं, उनको जगाने का कार्य परम पूज्य बापूजी महाराज ने किया है । बापूजी ने करोड़ों लोगों को धर्म के साथ जोड़ा है । भारत में पुनः पूर्ण रूप से धर्म का झंडा फहरायेगा ।

♦ योगाचार्य स्वामी धीरेन्द्र ब्रह्मचारीजी : बापूजी क्या करते हैं ? अपनी संस्कृति को बचाते हैं । इस देश के करोड़ों गरीबों की मदद करते हैं । लोगों के मन में भक्तिरस भरते हैं ।

♦ श्री भवानीलाल माथुर, कार्यकारी अध्यक्ष, राजस्थान प्रांत, विश्व हिन्दू परिषद : मैंने डांग (आदिवासी) क्षेत्र में लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि ‘संत आशारामजी बापू के प्रवचनों के कारण, उनके सहयोग के कारण, उनके द्वारा हम लोगों में सामग्री एवं आर्थिक सहायता वितरित की जाने के कारण हम आज हिन्दू हैं, अन्यथा मजबूरन हम ईसाई हो जाते । हमें दिवाली, होली नहीं मनाने देते थे । हम बड़े दबाव में थे, बड़े डरपोक हो गये थे ।’ ऐसे लोगों को भूख से, अज्ञान से बचानेवाला कौन ? संत आशारामजी बापू । उनके चरणों में मैं नमन करता हूँ ।

♦ स्वामी श्री उत्तमजी, भागवत कथाकार : संत आशारामजी बापू पर लगाये गये आरोप झूठे हैं । मैं बापूजी को जानता हूँ, जिन्होंने लाखों लोगों का नशा छुड़वाया, मांस छुड़वाया, हाथों में माला दी, वेद-पुराण, शास्त्र-सत्साहित्य का प्रचार किया है ।

♦ ‘‘जगत के हित और प्यारों के कल्याण के लिए जिन्होंने यह देह धारण की है, ऐसे पूज्य बापूजी के चरणों में मैं प्रणाम करता हूँ । आपने जो कुछ बातें कही हैं, हम उनका पालन करेंगे ।’’- श्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश

Sant AsharamBapu Kaun Hai ? I संत आसारामबापू कौन हैं ?

♦ करोड़ों लोगों को जीवन जीने का मार्ग आपके विचारों से मिलता है । संस्कार और शिक्षा के माध्यम से आपने यह जो लोक-प्रबोधन किया है, इससे हमारे देश में और समाज में अच्छे नागरिक तैयार होंगे जो देश और समाज का गौरव बढ़ाते जायेंगे ।’’ – श्री नितिन गडकरी, तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष, भाजपा वर्तमान केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री

♦ आपके दर्शनमात्र से ही मुझे एक अद्भुत शक्ति मिलती है ।- श्री प्रकाश सिंह बादल, मुख्यमंत्री, पंजाब

♦ ‘‘हमें आपके मार्गदर्शन की जरूरत है, वह सतत मिलता रहे । लोगों की, संस्कृति की अच्छे ढंग से सेवा करें । सत्य का मार्ग कभी न छूटे, ऐसा आशीर्वाद दो ।’’ – श्री उद्धव ठाकरे, अध्यक्ष, शिवसेना

♦ स्वामी चक्रपाणिजी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष, संत महासभा : जो महापुरुष होते हैं वे जब धर्म पर आँच आती है तो खुद कष्ट सहकर भी धर्म की रक्षा करते हैं और यह काम बापूजी ने किया है ।

♦ प्रसिद्ध अभिनेता गोविंदा- ऐसे बहुत-से व्यक्ति मुझे मिला करते हैं जो कहते हैं कि बापूजी के आश्रम की दवाई खायी तो उसके बाद पता नहीं उसकी कितनी बीमारियाँ दूर हो गयीं ।

♦ श्री आदेशपुरीजी महाराज, पठानकोट- जब तक ये सूरज-चाँद रहेंगे तब तक इतिहास में जैसे अन्य महापुरुषों का नाम आता है ऐसे ही बापूजी का नाम आयेगा ।

♦ महामंडलेश्वर श्री परमात्मानंदजी-  हमारे बापू छोटी-मोटी हस्ती नहीं हैं; वे वेदों के सार हैं, ईश्वर के अवतार हैं, ज्ञान-भक्ति के भंडार हैं ।

♦ आचार्य सुमितकृष्णजी, भागवत कथाकार, जम्मू : बापूजी के रूप में साक्षात् भगवान ने ही अवतार लिया तथा निःस्वार्थ भाव से माँ भारती की सेवा में लग गये ।

श्री सुरेन्द्र पाल, धारावाहिक ‘महाभारत’ के द्रोणाचार्य तथा ‘देवों के देव महादेव’ के प्रजापति दक्ष : हर इन्सान जो जीवन में निराश हो जाता है उसे बापूजी की जरूरत होती है । बापूजी उसको सही रास्ता दिखाते हैं । बापूजी की अमृतवाणी सुनने से केवल भारतवासी ही धन्य नहीं हैं, पूरा विश्व धन्य है ।

♦ श्री राजेन्द्रस्वरूपजी, श्रीराम कथाकार, मानसरोवर : बापूजीरूपी गंगा में पता नहीं कितने पुरुष, कितने जीवात्मा स्नान करके तर गये । धरती के विभिन्न देशों में रहनेवाले लोग इस गंगा में स्नान करेंगे और एक बार पुनः यह धरती सतयुग को स्पर्श करेगी ।

♦ आचार्य राजेन्द्रप्रसाद शास्त्रीजी : संत आशारामजी बापू पावन हैं । बापूजी के संग में आने से करोड़ों लोगों के जीवन से शोक चला गया, मोह छूट गया, भ्रम ने विदाई ली । बापू ने बड़े पैमाने पर धर्मांतरण को रोकने का कार्य एवं दरिद्र-नारायणों की सेवा की है । इस संसार में साधु के सारे लक्षण, सारे धर्म किसीने अपने जीवन में अपनाये हों तो वे पूज्य संत श्री आशारामजी बापू हैं ।

♦ डॉ. जयंत आठवलेजी, संस्थापक, सनातन संस्था : ‘‘परम पूज्य आशारामजी बापू की जीवनगाथा ज्ञात होने के उपरांत कोई भी व्यक्ति उनके चरणों में नतमस्तक होगा । पूज्य आशारामजी बापू एवं उनका सम्पूर्ण साधक परिवार सामाजिक सेवाकार्य करने में अग्रणी है ।’’

♦ श्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व प्रधानमंत्री – ‘‘मैं पूज्य बापूजी के दर्शन और आशीर्वाद के लिए लालायित था । बापूजी का प्रवचन सुनकर बड़ा आनंद आया, बड़ा बल मिला है । पूज्य बापूजी का आशीर्वाद हमें मिलता रहे, उनके आशीर्वाद से प्रेरणा पाकर बल प्राप्त करके हम कर्तव्य के पथ पर निरंतर चलते हुए परम वैभव को प्राप्त करें, यही प्रभु से प्रार्थना है ।’’

♦ महामंडलेश्वर श्री रामस्वरूप ब्रह्मचारी, ॠषिकेश : आशारामजी बापू की आवश्यकता है, आपको है, पूरी दुनिया को है । बापूजी बहुत महान तपस्वी हैं ।

♦ श्री मुकेश खन्ना, ‘महाभारत’ धारावाहिक के भीष्म पितामह तथा ‘शक्तिमान’ धारावाहिक के शक्तिमान : आज हमारे महान देश की संस्कृति पर कहीं-न-कहीं विदेशी लोगों द्वारा सेंध लगायी जा रही है । यह संघर्ष का युग है लेकिन जीत हमेशा सत्य की होती है, असत्य की पराजय होती है और सत्य आप लोगों के साथ है तो आप लोगों की जीत होगी ।

♦ श्री मुकेश खन्ना ‘महाभारत’ धारावाहिक के भीष्म पितामह तथा ‘शक्तिमान’ धारावाहिक के शक्तिमान आज के युग में आशाराम बापूजी खुद सबसे बड़े शक्तिमान हैं । यह संघर्ष का युग है । जीत हमेशा सत्य की होती है और सत्य आप लोगों के साथ है ।

♦ श्री वासुदेवानंद गिरि- इन्होंने देश-विदेश में ज्ञान-ध्यान, जप-तप, योग, तपस्या का शंखनाद किया है । इस शंखनाद के, अध्यात्म के शिरोमणि परम पूज्य आशाराम बापूजी महाराज हैं ।

♦ बापू हिन्दुत्व की बात करना बंद कर दें, देशहित को भूल जायें तो पूरे झगड़े खत्म हो जायेंगे । यह हिन्दुओं के विरुद्ध एक सोची-समझी साजिश है ।- श्री रमेश मोदी राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद

♦ श्री चन्द्रप्रकाश कौशिक, ‘अखिल भारत हिन्दू महासभा’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष- आपकी साधना-शक्ति से उत्पन्न अपूर्व सात्त्विक ऊर्जा के कारण भीषण हेलिकॉप्टर दुर्घटना भी आपको हानि न पहुँचा सकी । हमें इसकी अपार प्रसन्नता है कि भारत के महान आध्यात्मिक पुरुष और हिन्दू समाज के पुनरुत्थानकर्ता सुरक्षित हैं ।

♦ श्री सुमेरुपीठ (काशी) के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वतीजी : जो हमारी संस्कृति, आस्था के केन्द्रों पर प्रहार करते हैं उनको रोकने के लिए उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत ।… उठिये, जागिये और जगाने के लिए इस समय में भीष्म पितामह की भूमिका में संत आशारामजी बापू आपके साथ हैं । उनके आदेशों-निर्देशों को सभी शिरोधार्य करें तो वह दिन दूर नहीं कि भारत अपने खोये हुए गौरव, मान-सम्मान-स्वाभिमान को पुनः प्राप्त करेगा ।

♦ ‘अखिल भारतीय संत समिति’ के राष्ट्रीय महामंत्री महामंडलेश्वर श्री देवेन्द्रानंद गिरिजी : जिनके रोम-रोम से विश्वबंधुत्व, विश्वशांति, ‘सर्वभूतहितेरतः’ की महक फैलती है, उन परम पूज्य बापूजी के पास बैठने के बाद जो अनुभूति हुई और प्रेम, करुणा, वात्सल्य की वे जो साक्षात् मूर्ति दिखाई दिये, उन पूज्य बापूजी को मैं वंदन करता हूँ ।

♦ जगद्गुरु श्री रामदिनेशाचार्यजी महाराज : वास्तव में देश को जगाने और बचाने का संकल्प एक संत ही ले सकता है; और आज वह बीड़ा संतों ने उठाया है, जिसके अगुआ संत श्री आशारामजी बापू हैं । ‘विश्वगुरु भारत’ का जो संकल्प बापूजी ने किया है, सभी नौजवानों तथा समस्त देशवासियों का कर्तव्य है कि उसको पूर्ण करें ।

♦ प्रसिद्ध योगाचार्य श्री रामदेवजी महाराज- जीवन में लगभग हर व्यक्ति निराश है और उसे आशारामजी की जरूरत है । श्रद्धेय, वंदनीय महाराज श्री आशारामजी की तो सारी दुनिया को जरूरत है ।

♦ सुप्रसिद्ध कथाकार संत श्री मोरारी बापू : ‘‘पूज्य बापू के दर्शन करके ‘दिने-दिने नवं-नवं प्रतिक्षण वर्धमानम्’ अर्थात् बापू नित्य नवीन, नित्य वर्धनीय आनंदस्वरूप हैं ऐसा अनुभव हो रहा है ।’’

♦ अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के जगद्गुरु आचार्य श्री रामदयाल-दासजी महाराज : ‘‘महाभाग पूज्य आसारामजी बापू ने समाज में, हिन्दू संस्कृति और युवा संस्कृति में अध्यात्म संस्कृति के आशातीत प्राण फूँक दिये हैं ।’’

♦ अखिल भारतीय साधु-समाज के सचिव एवं संत समिति के महामंत्री श्री हंसदासजी महाराज : ‘‘पूज्य बापूजी ने बहुत अच्छा कार्य किया है युवाओं के लिए । इस देश के अंदर जब युवाशक्ति जागेगी तो निश्चितरूप से परिवर्तन होगा, राष्ट्र की रक्षा होगी ।’’

♦ क्रांतिकारी वक्ता साध्वी ऋतम्भराजी : ‘‘प्रातःस्मरणीय, सायं-वंदनीय, सारे राष्ट— ही नहीं अपितु सारे विश्व में भक्ति की गंगा को प्रवाहित करनेवाले पूज्य बापूजी को मैं वंदन करती हूँŸ।’’

♦ अनंतश्री विभूषित महामंडलेश्वर बाल-योगी स्वामी अर्जुनपुरीजी महाराज, हरिद्वार : ‘संत श्री आसारामजी बापू बड़े तपस्वी हैं । उन्होंने हिन्दू जगत के लिए बहुत कुछ काम किया है ।

♦ महामंडलेश्वर स्वामी परमात्मानंदजी  महाराज, वृंदावन :  बापूजी महान थे, महान हैं और महान रहेंगे ।

♦ श्री अनिल कुमार शास्त्री, वेदव्यास धाम, नैमिषारण्य : ‘‘ वेदव्यासजी बापूजी के स्वरूप में विराजमान हैं ।’’

♦ मोहम्मद  इरफान  सलमानी,  सदस्य, राष्ट्रीय मुसलिम मंच : सूफी संत अल्लाह का नूर हैं, बापू ऐसे ही सूफी हैं । ये हमारे मार्गदर्शक हैं ।

♦ आसारामजी सच्चे फकीर हैं । मुझे अल्लाह की सच्ची खबर बापू से ही मिली है ।- फारुक मोहम्मद,जनरलिस्ट सूरत (गुज.)Ÿ।

♦ संत  श्री  हरपाल  सिंहजी,  प्रमुख, रतवाड़ा साहिब गुरुद्वारा : ‘आज बापूजी जैसे महान कर्मयोगी संत संसार में बहुत ही कम मिलते हैं, जो ऐसा सर्वसाँझा अद्वैत सिद्धांत का प्रचार संसार में कर रहे हैं ।’

♦ आचार्य स्वामी रमेशानंदजी, वृंदावन : धर्म का इतना बड़ा ज्ञान, इतनी महिमा बापूजी ने केवल पूरे राष्ट्र में ही नहीं, विदेशों तक भी पहुँचायी ।

♦ महंत  बाबा  रामदासजी,  उदासीन अखाड़ा : संत आसाराम बापूजी ने करोड़ों आत्माओं को तार दिया और आगे भी तारते रहेंगे ।

♦ वि.हि.प. के आचार्य श्री गिरिराज कि : ‘‘हमारे परम पूज्य श्री आसारामजी बापू बहुत ही कम समय में संस्कृति का जतन और उत्थान करनेवाले महान संत हैं ।’’

♦ महामंडलेश्वर श्री परमात्मानंदजी महाराज : ‘‘पूज्य बापूजी के लिए हमारे हृदय में आराध्य देव जैसा सम्मान है।’’

♦ ‘वारकरी सम्प्रदाय, महाराष्ट—’ के श्री उद्धवजी महाराज : ‘‘हमारे पूज्य संत आसारामजी बापू क्रांतिकारी संत हैं, विश्ववंदनीय संत हैं।’’

♦ वृन्दावन के आचार्य स्वामी श्री रमेशानंदजी : ‘‘धर्म की महिमा बापूजी ने केवल पूरे राष्ट्र ही नहीं, विदेशों तक भी पहुँचायी । इस उम्र में भी उनका इतना बड़ा सत्कार्य ऐसा है कि उसकी प्रशंसा के लिए कोई शब्द नहीं है !’’

♦ उद्धवजी महाराज, वारकरी सम्प्रदाय, उदगीर (महा.)  :  हमारे  आसाराम बापूजी जो क्रांतिकारी संत हैं, विश्ववंदनीय  संत  हैं ।

♦ महामंडलेश्वर स्वामी परमात्मानंदजी महाराज : मेहनती हो तो चींटी जैसा, विशाल हो तो आकाश जैसा, गहरा हो तो सागर जैसा, ऊँचा हो तो हिमालय जैसा, परमहंस हो तो सनकादि जैसा और संत हो तो बापू आशारामजी जैसा ।

याद रखना एक लड़की लड़के के साथ जब कोई दिन मनाती है तो यह ‘वासना’ है । जब वही लड़का-लड़की माँ-बाप के चरणों में झुकते हैं तो यह ‘उपासना’ है । महाराजश्री बापूजी ने हमारे इस राष्ट्रीय कलंक को दूर करने के लिए एक नये विधान का सृजन किया है और वह है ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ ।

♦ महामंडलेश्वर स्वामी देवेन्द्रानंदजी गिरि, राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारतीय संत समिति : आपके प्रेम से पत्थर को भी पिघलते देखा । हजारों बिगड़े हुओं के नसीब बदलते देखा ।। बापूजी हमें एक नयी दिशा दिखा रहे हैं ।

♦ आचार्य युवा लोकेश मुनिश्रीजी, अहिंसा विश्व भारती, जैन समाज : हमें अपनी भारतीय संस्कृति की सुरक्षा करनी है तो पूज्य बापूजी जैसे महान संतों से ही हो सकती है । जैसा नाम है ‘संत श्री आशारामजी बापू’, ये समस्त विश्व के लिए आशा की किरण हैं ।

♦ स्वामी श्री गंगादासजी, उपाध्यक्ष, विरक्त वैष्णव मंडल, पंजाब साधु समाज : बापूजी का पूरे विश्व को सुखमय, आनंदमय, मंगलमय बनाने के लिए अवतार हुआ है ।

♦ युवा क्रांतिद्रष्टा संत दिनेश भारतीजी (जिन्होंने अमरनाथ श्राइन बोर्ड के जनांदोलन में मुख्य भूमिका निभायी थी) : हे भारतवासियो ! भेजो अपने नौजवानों को बापूजी के ‘ध्यान-योग शिविरों’ में, भेजो अपने बच्चों को बापूजी के ‘बाल संस्कार केन्द्रों’ में ताकि भारत माँ को अखंडता का सिंहासन प्राप्त हो सके ।

♦ डॉ. आचार्य रामगोपाल शुक्ल, प्रबंध निदेशक, वरदान टी.वी. चैनल : साधु-संतों की छाया में, बापूजी की छाया में यह देश आगे बढ़ा है ।

♦ स्वामी घनश्यामानंदजी, अध्यक्ष, वैदिक डिवाइन एसोसिएशन : एक पाश्चात्य विद्वान ने कहा था : ‘यदि पैसा खो गया तो समझो कुछ नहीं खोया । यदि सेहत खो गयी तो समझो कुछ-कुछ खोया परंतु जीवन में चरित्र खो दिया तो तुमने सब कुछ खो दिया ।’ लेकिन उस पश्चिमी देश के विद्वान को यह पता नहीं था कि भारत में बापूजी रहते हैं । मैं उस विद्वान से कहता हूँ, यदि किसी व्यक्ति का चरित्र भी खो जाय और वह पूज्य बापूजी की शरण ग्रहण करे तो बापूजी उसको चरित्रवान बना देंगे ।

♦ श्री सुनील शास्त्रीजी महाराज: यह देश चोरों-डकैतों का नहीं है । यह देश है श्रीराम, श्रीकृष्ण, गुरु वसिष्ठजी, ऋषि भारद्वाज, चरक, चाणक्य, छत्रपति शिवाजी महाराज का । भारत की आशा + राम अर्थात् आशारामजी बापू जब बैठे हैं तो पूरे समाज को यह भरोसा रखना चाहिए कि भारत का आनेवाला नौनिहाल सुरक्षित है । मैं भारत के नौजवानों को निवेदन करता हूँ कि ‘माता-पिता की ओर लौटो, गुरु के चरणों में लौटो ।’

♦ राष्ट—वादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयभगवान गोयलजी : हमारा भारत गुरुओं की, संतों की, ऋषि-मुनियों की धरती है । हमारी भारत माता योगभूमि है, जिसमें श्री आशारामजी जैसे संत अवतरित हुए हैं जो आज पूरी दुनिया को पवित्र संस्कार देकर जीव-शिव के योग का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं ।

♦ मौलाना बिलाल, अब्दुल करीम कादरी- यकीन मानो बापूजी सच्चे हैं, अच्छे हैं, अल्लाह के नेक बंदे हैं ।

♦ संत श्री बोरिया बाबा – संत आशारामजी बापू तो अमर हैं, उनकी तो आज भी पूजा होती है और शरीर छोड़ने के बाद तो इससे भी ज्यादा पूजा होगी किंतु जो लोग उन्हें सता रहे हैं, मुझे तो उनकी चिंता हो रही है ।

♦ श्री अरविंद शास्त्रीजी, वृंदावन : पूज्य बापूजी जैसे संत दुनिया का कल्याण करने के लिए धरा पर आते हैं ।

♦ श्री चेतन जनार्दन, हिन्दू जनजागृति समिति, आंध्र प्रदेश : धर्म का प्रचार करने के लिए तथा भारतीय संस्कृति को टिका के रखने के लिए परम पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की ओर से बहुत बड़े पैमाने पर आज प्रचार हो रहा है ।

♦ श्री योगानंद सरस्वतीजी महाराज : दुनिया में बापूजी की बराबरी कोई नहीं कर सकता । उनके जो लोक-मांगल्य के कार्य दुनिया में चल रहे हैं, वे बेमिसाल हैं ।

♦ बापूजी तो सत्य, सदाचार, संयम और ब्रह्म का साकार रूप हैं । मेरे सच्चे फकीर मुर्शिद ने रहमत कर मुझ जैसे हैवान को भी इन्सान बना दिया । मैं ही नहीं मेरे जैसे करोड़ों भक्तों को व्यसन और वासनाओं से मुक्ति मिली, जीवन जीने का सलीका मिला । – भुट्टो खानजी, अलीगढ़ (उ.प्र.)

♦ पूज्य बापूजी ने लोगों को सत्संग ही नहीं, सेवा, संस्कार, संस्कारों के साथ एक नयी दिशा, एक नयी पहचान और भारत को एक उन्नतिवाला देश बनाने की शक्ति दी है । मुझे गर्व है कि हमारे देश में बापूजी जैसे महान संत हैं ।- युवा संत प्रीतमजी महाराज

♦ श्री लक्ष्मीनारायण (दायमा), केन्द्रीय मार्गदर्शक, वि.हि.प. : पूरा हिन्दुस्तान हम उसीको देंगे जो हमारी ऋषि संस्कृति को स्वीकार करेगा और ऋषि संस्कृति को लाना है तो बापूजी को सम्मान देना ही पड़ेगा, हिन्दू संस्कृति का सम्मान करना ही पड़ेगा ।

♦ डॉ. सुमन (भूतपूर्व पादरी रॉबर्ट सॉलोमन, इंडोनेशिया), धर्मजागरण समिति के प्रमुख : पूज्य बापूजी के मार्गदर्शन से करोड़ों लोग प्रेरित हो के संस्कारयुक्त समाज का निर्माण करने में सदैव भागीदार रहे हैं ।

♦ श्री उद्धवजी महाराज, वारकरी सम्प्रदाय, महाराष्ट— : पूज्य बापूजी इस जमाने के श्री वसिष्ठजी हैं ।

♦ संत श्री आशारामजी बापू इस देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया को संयम, सदाचार का संदेश दिया है । दुनियाभर के युवावर्ग ने उनके मार्गदर्शन से सही दिशा प्राप्त की है । पूज्य बापूजी ने देश के लोगों को जगाया है, युवाओं की अंतःचेतना को जगाया है । – संत कृपारामजी महाराज, गुरुकृपा आश्रम, जोधपुर

♦ पूज्य बापूजी सभीका हर तरह से भला ही सोचते हैं, किसीका बुरा नहीं सोचते । – संत बाबा हरपाल सिंहजी प्रमुख, रतवाड़ा साहिब गुरुद्वारा

♦ हिन्दू समाज, मुस्लिम समाज – हर समाज बापूजी का बहुत आदर करता है, बहुत इज्जत करता है । – मौलवी हसन साहब, नई दिल्ली

♦ श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर शांतिगिरिजी महाराज : पूज्य बापूजी ने पिछले 50 साल में जो समाजसेवा का कार्य किये हैं, उन्हें मीडिया ने कभी नहीं दिखाया ।

♦ श्री लवलीन, सदस्य, हिन्दू यूनाइटेड फ्रंट : हमारे महान संत बापू आशारामजी हमारे हिन्दू समाज की एक बहुत बड़ी हस्ती हैं । मैं ईश्वर का धन्यवाद देता हूँ कि हमारे समाज को उसने इतने महान संत दिये जिन्होंने हमारे हिन्दू धर्म के लोगों में एक नवचेतना जगा दी, प्राण फूँक दिये, जिसकी आज हमें जरूरत थी ।

♦ संत वरुणदासजी भागवत कथाकार, अयोध्या- भारतीय संस्कृति और सभ्यता के प्रतीक, पूरे देश के अंदर वंचित, शोषित, पीड़ित आदिवासियों की सेवा करनेवाले और विदेशी मिशनरियों से बचाते हुए सनातन धर्म का प्रचार करनेवाले परम पूज्य आशारामजी बापू को जेल में बंद कर दिया गया एक षड़्यंत्र में फँसाकर !

♦ अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त जादूगर आँचल, उदयपुर (राज.)- बापूजी ने वर्षों से अपने सत्संग व सत्साहित्य के द्वारा करोड़ों लोगों का उद्धार किया है, करोड़ों लोगों ने बापूजी के सान्निध्य में आकर अपने व्यसन छोड़े हैं, अपने जीवन का परिवर्तन किया है । समाज पूज्य बापूजी का युगों-युगों तक ऋणी रहेगा ।

♦ संत श्री अरविंदजी महाराज, शिरडी (महा.) : आदमी के चरित्र को बदलने का सामर्थ्य तो सिर्फ बापूजी में है । कानून और दंड के भय से समाज को नहीं सुधारा जा सकता, समाज-सुधार का कार्य तो परम पूज्य बापू आशारामजी ने करके दिखाया है । वे गुरु नहीं सद्गुरु हैं !

♦ साँईं लीलारामजी, भाऊ परसरामजी झूलेलाल मंदिर के गादीसर : बापूजी ने सबको अच्छी शिक्षा दी कि ‘आप प्रेम करो अपने माता-पिता से । उनकी सेवा करो, उनकी इज्जत करो, उनका मान-सम्मान करो ।

♦ कबीरपंथी स्वामी मार्ग्यस्मितजी, विश्वमंगल आश्रम (गुजरात) : संत आशारामजी बापू ने जनता को ज्ञानयोग, भक्तियोग, कर्मयोग बताया । अरे, मंत्रदीक्षा देकर अमरता के द्वार खोल दिये ।

♦ भागवताचार्य श्री खगेन्द्रजी महाराज, शहादा (महाराष्ट—) : हमारे माँ-बाप, गुरु इन सबका एकत्रीकरण जिनमें है, वे हमारे बापू हैं । अगर किसीको लगता है कि ‘आकाश में तलवार घुमाकर मैं सूरज के टुकड़े कर दूँगा’ तो यह पागलपन है । बापू आकाश के सूरज हैं, तेरा तलवार घुमाना ही व्यर्थ है ।

♦ श्री पंकजभाई रामी, सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति के गुजरात-प्रतिनिधि : बापू के कारण आपके जीवन में हुए अमूल्य परिवर्तन याद करें और अन्यों को भी बतायें । बापू के विषय में भ्रम में फँसे लोगों को अपने और लाखों भक्तों के अनुभव बताकर उनका प्रबोधन करें ।

♦ श्री घनश्याम शास्त्रीजी महाराज, भागवत कथाकार : पूज्य बापूजी ने सनातन धर्म और सनातन संस्कृति पर अडिग रहने का ज्ञान दिया है । सद्गुरु पूज्य बापूजी ने देश-विदेश के करोड़ों लोगों का जीवन बदल दिया है ।

Sant AsharamBapu Kaun Hai ? I संत आसारामबापू कौन हैं ?

♦ श्री फूलकुमार शास्त्रीजी शिव-कथावाचक : मैं बापूजी का शिष्य नहीं हूँ किंतु मुझे मेरे गुरुदेव संत आशारामजी बापू में नजर आते हैं ।

♦ श्री राजेन्द्र प्रसाद शास्त्रीजी, वीरमगाम (गुजरात)- बापू के समान कलियुग में महापुरुष मिलना मुश्किल है । साधक इस विपरीत परिस्थिति में भी विचलित नहीं हो रहे, इसका कारण बापू का ज्ञान-प्रसाद ही है

♦ ‘‘हिन्दू संस्कृति की रक्षा में जो योगदान संत आशारामजी बापू का है, उसके तुल्य कोई मिसाल तो कहीं पर भी आपको देखने को नहीं मिलेगी । – श्री रमेश मोदीजी, राष्ट—ीय कोषाध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद

♦ स्वामी ज्ञानानंंदजी, कैलाश टेकरी आश्रम, राजसमंद (राज.) : मैंने ऐसे-ऐसे लोगों को देखा है जो सुबह उठ के दारू से कुल्ला करते थे और बापू के अनुयायी बन गये तो आज वे माला फेर रहे हैं । अनेक लोगों का जीवन परिवर्तित हुआ है ।

♦ मझले मोरारी बापू, तुलसी मानस धाम : आशारामजी बापू बहुत अच्छे संत हैं । उन्होंने जितना सनातन संस्कृति का प्रचार किया, उतना दूसरा कोई नहीं कर पाया । सत्यता कभी छुपती नहीं है ।

♦ आचार्य बालयोगी गजेन्द्र चैतन्यजी- जो सनातन, वैदिक परम्परा से जुड़े हैं, उन सब लोगों की आस्था सम्मानित परम पूज्य बापूजी के चरणकमलों में जुड़ी हुई है ।

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♦ श्री आई.जी. खंडेलवाल, राष्ट—ीय सचिव, हिन्दुस्तान नेशनल पार्टी : आशारामजी बापू हमारे सनातन धर्म के सबसे बड़े संत हैं । वे एक ऐसे संत हैं जिन्होंने करोड़ों लोगों का जीवन बदला है ।

♦ प्रो. कुसुमलता केडिया, भूतपूर्व निदेशक, गांधी विद्या संस्थान, वाराणसी : बापूजी हिन्दू धर्म की अत्यंत विशिष्ट सेवा बहुत खतरे उठाकर कर रहे हैं ।

♦ ‘‘पूज्य संत आशारामजी बापू ने कितने बच्चों के जीवन बदले, युवानों के जीवन बदले ! अरे… शराबी बदल गये, करोड़ों लोगों की जिंदगी बदल गयी बापू के सत्संग से ! मैं पूरी दुनिया में घूमता हूँ, मैंने नजदीक से देखा है ।

♦ आचार्य श्री निवृत्तिनाथ येवले, प्रवचन-कीर्तनकर्ता व वारकरी सम्प्रदाय प्रचारक- पूज्य बापूजी ने ऐसी प्रणाली बनायी जिससे भारतीय संस्कृति का प्रत्येक घर में प्रचार हो । बापूजी जैसा दूरदृष्टि का कार्य आज के युग में किसीने नहीं किया ।

♦ श्री गजानन सपकाल, विहिप धर्मप्रसार प्रमुख, बुलढाणा विभाग, एवं वारकरी सम्प्रदाय प्रचारक- गिरि-कंदराओं, वनवासी क्षेत्रों, आदिवासी व पिछड़ी बस्तियों में जहाँ पर कोई नहीं जाता था, पूज्य बापूजी ने वहाँ पर ‘भजन करो, भोजन करो, पैसा पाओ’ योजना चलायी । गरीबों को अन्न-वस्त्र, जीवनोपयोगी चीज-वस्तुएँ पहुँचायीं । बापूजी को बहुत बड़ा षड़्यंत्र करके फँसाया गया है ।

♦ महंत कैलाशनाथ हठयोगीजी, राष्ट—ीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय संत एकता आंदोलन परिषद : संत आशारामजी बापू जैसे संत ‘न भूतो न भविष्यति’ होते हैं ।

♦ श्री घनश्यामानंदजी, अध्यक्ष, वैदिक डिवाइन एसोसिएशन : परम पूज्य बापूजी संतशिरोमणि हैं । उन्होंने देश को बहुत कुछ दिया है । बापूजी का अपमान वास्तव में हिन्दुत्व का अपमान है ।

♦ श्री लवलीन कुमार, संयोजक, हिन्दू यूनाइटेड फ्रंट- जब भी किन्हीं भी संत पर कोई भी षड्यंत्र हुआ, भारतीय संस्कृति पर कोई प्रहार हुआ, धर्मांतरण या गौ-रक्षा की बात आयी तब संत आशारामजी बापू संत, संस्कृति, धर्म, गौ आदि की रक्षा हेतु सबसे आगे रहे हैं ।

♦ निशांत शर्मा, राष्ट्री अध्यक्ष, शिव सेना हिन्द- आशारामजी बापू ने आदिवासी क्षेत्रों में एक योजना चलायी थी कि गरीब लोग भजन करें, उन्हें भोजन भी मिलेगा और शाम को 70 रुपये भी लेकर जायें ताकि ईसाई मिशनरियाँ उनका धर्मांतरण न करवा सकें । डांग क्षेत्र (गुज.) तथा झारखंड, छत्तीसगढ़ आदि के आदिवासी क्षेत्रों में लाखों लोग धर्मांतरित हो चुके थे । संतजी की प्रेरणा से उनकी घर-वापसी हुई, जिससे पोप समेत ईसाई मिशनरियों को बहुत ज्यादा मुसीबत आ गयी थी । जो मामला संत आशारामजी के ऊपर दर्ज हुआ है वह सारा-का-सारा काम उस समय की सरकार ने ईसाई मिशनरियों के इशारे पर किया है ।

♦ श्रीमती राजविंदर भाटिया, अध्यक्षा, नारी शक्ति सेना, जालंधर- संत आशारामजी बापू ने इस देश, धर्म और संस्कृति की भलाई के लिए जो कार्य किये हैं उनका कभी भी बदला नहीं चुकाया जा सकता ।

♦ ह.भ.प. आचार्य डॉ. नारायण महाराज जाधव, वेदांत-वाचस्पति, वारकरी सम्प्रदाय- पूज्यपाद श्रीमान अनंतश्री संत आशारामजी बापू का कार्य अलौकिक है और उनके जीवन-चरित्र को देखकर, समझ के उनकी आध्यात्मिक ऊँचाई हमने आजमायी है ।

♦ श्री अम्बादासजी दानवे, जिला प्रमुख, शिव सेना, औरंगाबाद (महा.)- संत आशारामजी नित्य समाज के उत्थान हेतु कार्यरत हैं । लाखों भक्तों का कल्याण उनके माध्यम से हुआ है । झूठे आरोप में जेल में होने पर भी जनता की उनके प्रति श्रद्धा-भक्ति में कोई कमी आयी नहीं है, यही उनकी सच्चाई का प्रमाण है, भक्ति की शक्ति है ।

♦ महामंडलेश्वर श्री सुनील शास्त्री- संत आशारामजी बापू कल भी वही थे जो धर्म कहता है, बापू आज भी वही हैं जो धर्म कहता है, बापू कल भी वही रहेंगे जो धर्म कहता है । तुम मानोगे तो भी बापू रहेंगे, नहीं मानोगे तो भी बापू रहेंगे । सत्य को किसीकी मान्यता की आवश्यकता नहीं होती ।

♦ श्री महंत राजेन्द्रदासजी, अखिल भारतीय, पंचनिर्मोही अनि अखाड़ा, अहमदाबाद- बापूजी ने महान कार्य किये हैं । पूरे देश व दुनिया में धर्म का प्रचार-प्रसार किया है । धर्म-परिवर्तन की रोकथाम के लिए भी उन्होंने बहुत अभियान चलाये हैं । उनके ‘मातृ-पितृ पूजन’ के अभियान से काफी लोग जागृत हुए हैं ।

♦ श्री बाबुनंद पांडेय, राज्य सचिव, ऑल इंडिया राजीव गांधी ब्रिगेड : संत आशारामजी बापू वर्षों से समाज की सेवा करते आ रहे हैं और करते रहेेंगे । वेलेंटाइन डे नहीं मनाकर माता-पिता की सेवा-पूजा करने के अभियान जैसे हितकारी कार्य आशारामजी बापू करते हैं, इससे लोग भगवान की तरह उनकी पूजा करते हैं ।

♦ महामंडलेश्वर श्री महंत किशोरदासजी जिलाध्यक्ष, अखिल भारतीय, संत समिति, छतरपुर (म.प्र.)- संत आशारामजी बापू पहले भी समाज व संतसेवी थे और आज भी उनके आश्रमों द्वारा जहाँ-तहाँ हजारों गरीबों का सेवा-सत्कार होता है । बापूजी महान संत हैं और रहेंगे ।

♦ श्री डी. जी. वंजारा, पूर्व प्रमुख, अढड, गुज. एवं पूर्व आई.पी.एस. अधिकारी- बापूजी पवित्र थे, पवित्र हैं और पवित्र रहेंगे ।

♦ श्री चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था- बापूजी ने करोड़ों लोगों को भक्तिमार्ग पर लगाकर उनके जीवन कृतार्थ किये हैं ।

♦ योगी राकेशनाथजी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अ. भा. तीर्थ रक्षा सम्मान समिति, उत्तराखंड- आशारामजी ने लोगों के सामाजिक, धार्मिक  व आर्थिक जीवन को उन्नत करने के उत्कृष्ट कार्य किये हैं ।

♦ एच.एस. भुट्टो खान, पत्रकार, समाचार एक्सप्रेस, अलीगढ़- मैं आशारामजी बापू का मुरीद (शिष्य) हूँ । बापूजी तो समता के एक ऐसे सिंहासन पर विराजमान हैं जिसका हम बयान नहीं कर सकते । बापूजी की गाथा युगों-युगों तक गायी जायेगी ।

♦ स्वामी चक्रपाणिजी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष, संत महासभा: भारत से स्वामी विवेकानंदजी के बाद आशारामजी बापू शिकागो गये और ‘विश्व धर्म संसद’ को संबोधित किया, सनातन धर्म की ध्वजा को फहराने का काम किया । बापूजी ने सनातन धर्म की जो सेवा की है उसे किसी भी कीमत पर भुलाया नहीं जा सकता । पूरा सनातन धर्म उनका ऋणी है ।

♦ श्री योगेशदासजी महाराज धर्म-प्रसार संरक्षक , उत्तर गुजरात, वि.हि.प.- आज आशारामजी बापू अंदर हैं, इससे हिन्दुओं का बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है । हम इसकी भरपाई नहीं कर पायेंगे । इसका खामियाजा आनेवाली पीढ़ी को भुगतना पड़ेगा ।

♦ श्री महंत राजेन्द्रदासजी अ. भा. पंचनिर्मोही, अनि अखाड़ा, अहमदाबचु- पूज्य बापूजी ने करोड़ों लोगों का उद्धार किया है । हर एक तरह से उन्होंने समाज के लिए कार्य किया है फिर चाहे विद्यार्थी-उत्थान हो या लोगों को सनातन संस्कृति से जोड़ने का कार्य हो अथवा गरीबों को उठाने का कार्य हो ।

Sant AsharamBapu Kaun Hai ? I संत आसारामबापू कौन हैं ?

♦ स्वामी जगदीशानंद गिरिजी, श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा : जिस संस्कृति को भुलाने का हम सर्वथा पाप कर बैठे थे, बापूजी ने हमारी आँखों में ज्ञान का अंजन लगाकर उस संस्कृति को पुनः हमारे सामने प्रदर्शित किया ।

♦ श्री उमाकांत मिश्र, सम्पादक, सीमा रेखा हिन्दी दैनिक : आशारामजी बापू समाज, देश और भारतीय संस्कृति के हित में प्रकाशपुंज बिखेर रहे हैं परंतु उन्हें जेल में रखा गया है, यह राष्ट्र के लिए अच्छी बात नहीं है ।

♦ कटरा कुटी धाम, अयोध्या के महंत चिन्मयदासजी महाराज- आशारामजी बापू निस्संदेह बहुत महान संत हैं ।

Realated Matter_

♦ वि.हि.प. के गौरक्षा विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अवधेशजी गुप्त- मेरा आँखों देखा है कि पूज्य बापूजी के सत्संग में अटलजी आये थे, बापूजी ने उनके सिर पर हाथ रखा था और अटलजी उसी बार प्रधानमंत्री हुए थे । बापूजी सिद्ध संत हैं, अवतारी पुरुष हैं ।

♦ महंत श्री कमलदासजी महाराज, परमाध्यक्ष, उदासीन अखाड़ा : बापूजी ने धर्म-संस्कृति के लिए बहुत अच्छे-अच्छे कार्य किये हैं ।

♦ माता दर्शना ज्योति माँ, निर्मल साधना धाम, हरिद्वार : बापूजी हमारे आदरणीय, पूजनीय हैं ।

♦ स्वामी शंकरदेवजी, निर्मल अखाड़ा : आशारामजी बापू बहुत अच्छे संत हैं । उन्होंने हमारी संस्कृति को बचाने के अनेक उपाय किये हैं तथा संस्कृति का प्रचार किया है ।

♦ श्री धनंजय देसाई, संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू राष्ट— सेना : बापूजी जैसे महान संत के कारण ही भारत आज ‘भारत’ है । संत आशारामजी बापू को आज राष्ट्रगुरु के पद पर विराजमान होना अत्यावश्यक है ।

♦ श्री धनंजय देसाई, संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू राष्ट्र सेना : आशाराम बापू ईश्वर के अवतार हैं, भारत के शिखर पुरुष हैं ।

♦ श्री व्यासपीठाधीश अनिल कुमार शास्त्रीजी, नैमिषारण्य : संत आशारामजी बहुत सारे ग्रंथ दिये हैं, जिनको पढ़कर संसार काफी सुधरा । छोटे-छोटे बच्चों ने भी उनका अनुकरण किया । आशारामजी बापू ने बहुत सारी चीजों के बारे में समाज का मार्गदर्शन किया है ।

♦ स्वामी संतोषानंदजी, प्रसिद्ध श्रीमद्भागवत कथाकार व मानस मर्मज्ञ, अध्यक्ष, जगत कल्याण सेवा ट्रस्ट, चित्रकूट धाम, कर्वी- बापूजी ने गरीब-आदिवासी क्षेत्रों में जाकर वहाँ के लोगों को अपने धर्म के प्रति निष्ठावान बनाया, धर्मांतरण से उनकी रक्षा की । उनको जीवन जीने की कला सिखायी । बापू के बगैर भारत हिन्दू राष्ट्र हो ही नहीं सकता, लिखते रहो और बोलते रहो । बापू के बगैर भारत कैसे होगा विश्वगुरु ? । यह सम्भव ही नहीं है ।

♦ महंत स्वामी सुबोधानंदजी महाराज उदासीन, भागवत प्रवक्ता, वृंदावन : बापूजी ने कितने लोगों का नशा छुड़ाया, कितने लोगों को सन्मार्ग पर ले आये । ऐसे बापू के साथ बहुत अन्याय हो रहा है ।

♦ महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंदजी, नैमिषारण्य (उ.प्र.)- पूज्य बापूजी आत्मसाक्षात्कारी महापुरुष हैं । उनके चेहरे पर एक प्रकार की आध्यात्मिक ओरा रहती है । ऐसी आध्यात्मिक ओरा भगवान को पाये हुए महापुरुषों में पायी जाती है ।

♦ महंत परमेश्वरदासजी, महामंत्री, भारत साधु समाज, दक्षिण गुजरात : भारतवर्ष के अंदर आज पाश्चात्य सभ्यता एवं विधर्मी हमारी संस्कृति व संस्कारों पर कुठाराघात कर रहे थे तो किसीको भी यह विचार नहीं आया कि ‘वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाना शुरू किया जाय ।’ यह प्रेरणा आशाराम बापूजी ने देश और पूरे विश्व को दी । देश की संस्कृति व संस्कारों को बचाने के लिए बापूजी ने एक अलख जगायी है ।

 

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