संत, महंत, राजनेता व विशिष्ट लोगों के Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश विषय पर अपनी अपनी राय यहाँ पढने को मिलेगी । इसे पढ कर आप भी अपनी राय कमेंट बाक्स में लिख सकते हैं।
♦ प्रसिद्ध न्यायविद् डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी कहते हैं : ‘‘हिन्दू-विरोधी एवं राष्ट-विरोधी ताकतों के गहरे षड्यंत्रों को और हिन्दू संतों को बदनाम करने के उनके छुपे हथकंडों को सीधे व भोले-भाले हिन्दू नहीं देख पा रहे हैं । घेराबंदी से ग्रस्त हिन्दुओ ! झूठे आरोपों व कुप्रचार के माध्यम से तुम्हारे मार्गदर्शक व संत योजनाबद्ध रीति से समाप्त कर दिये जायेंगे । जब तक यह बात तुम्हारी समझ में आयेगी, तब तक बहुत देर हो चुकी होगी । अतः सावधान !’’
♦ महंत श्री नृत्यगोपालदासजी, अध्यक्ष, श्रीराम जन्मभूमि न्यास : आशारामजी बापू का सारी दुनिया में नाम है और रहेगा । साधु-समाज को बदनाम करने के लिए ये सारी कुचेष्टाएँ की गयी हैं । आशारामजी बापू ने समाज की बहुत सेवा की है, राष्ट— का कार्य किया है और उनके सभी कार्य प्रशंसनीय हैं ।
♦ श्री महंत नृत्यगोपालदासजी अध्यक्ष, श्रीराम जन्मभूमि न्यास- साधु-महात्माओं को फँसाने के लिए, उनकी निंदा करने के लिए ऐसे झूठे आरोप लगाये जाते हैं । संत आशारामजी बापू के प्रति जनता में बहुत भारी श्रद्धा है अतः दोष लगाने के लिए ऐसे लोगों को कोई-न-कोई सहारा चाहिए । इसलिए इस प्रकार से सहारा लेकर उन्होंने चारित्रिक दोष की कल्पना की है लेकिन आशारामजी बापू महात्मा हैं । जेल होना – न होना यह सब तो होता रहता है । यह तो पहले से ही चला आ रहा है, अनेक महात्माओं को जेल जाना पड़ा है । स्वतंत्रता-आंदोलन में कितने महात्मा जेल गये ! जेल भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान है । आशाराम बापू महात्मा हैं, उनका हम आदर करते हैं ।
♦ जगन्नाथपुरी मठ के जगद्गुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंदजी सरस्वती : ‘‘राजनैतिक षड्यंत्र के तहत हिन्दू आस्था, हिन्दू मानबिंदुओं तथा हिन्दू संतों पर कुठाराघात किया जा रहा है ।’’
♦ काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी नरेन्द्रानंदजी सरस्वती : ‘‘ देशहित, समाजहित में जो लगे हुए हैं वे चाहे आशाराम बापू हों चाहे और दूसरे लोग हों, उनके पीछे षड्यंत्र होंगे ही । इसलिए समाज भ्रमित न हो, पतन की ओर न जाय इस हेतु सब सजग हों । अगर संतों को जेल में डालकर बदनाम करने का षड्यंत्र होता रहा तो भारत की अस्मिता, संस्कृति सुरक्षित नहीं रह पायेगी । अतः सबको एकजुट हो के प्रयास करना होगा । आशारामजी बापू आरोपों से बरी होंगे और राष्ट्रहित, समाजहित होगा ।’’
♦ जगद्गुरु स्वामी विदेह महाराज, अंतर्राष्टीय श्रीमद्भागवत कथा व श्रीरामकथा प्रवक्ता- जो सत्कार्य भारत में 500 वर्षों में नहीं हो सका था उसे संत आशारामजी बापू ने सिर्फ 50 वर्षों में पूरा कर दिखाया है । अवांछित तत्त्वों द्वारा मिथ्या आरोप लगा देने से कोई अपराधी नहीं बन जाता ।
Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश
♦ श्रीमद् जगद्गुरु अनंतानंद द्वाराचार्य स्वामी डॉ. रामकमलदास वेदांतीजी : संत आशारामजी बापू ने कितने ही कार्य देश और धरती के लिए किये, उनको भी देखा जाना चाहिए । उनके साथ न्याय होना चाहिए, अत्याचार-उत्पीड़न इस देश के अंदर औचित्यपूर्ण नहीं है ।
♦ श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी चन्द्रेश्वर गिरिजी, श्री सिद्धपीठ चंडी मंदिर धाम, ललितपुर : बापू को इलाज के लिए भी जमानत नहीं मिली जबकि दूसरे कई लोग ऐसे आरोप में जमानत पर बाहर हैं ।
♦ श्री श्री 108 श्री स्वामी सुदर्शनाचार्यजी, अध्यक्ष, श्री नृसिंह मानव कल्याण समिति, प्रयागराज : संत आशारामजी बापू के प्रकरण में विदेशी लोगों का हाथ है । वे जानते हैं कि यदि भारत को नष्ट करना है तो हथियार की आवश्यकता नहीं है बल्कि यहाँ की संस्कृति को ही नष्ट करना होगा ।
♦ श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी उमाकांतानंदजी सरस्वती, जूना अखाड़ा : आशारामजी बापू का केस एकदम साजिश है । समाज को जागृत होने की जरूरत है ।
♦ श्री श्री 108 महामंडलेश्वर मदनमोहनदासजी, हैदराबाद : षड्यंत्रकारियों को लगा कि ‘बापूजी हिन्दुत्व की बहुत बड़ी जड़ हैं, जड़ को काट देंगे तो हिन्दुत्व पनपनेवाला नहीं है ।’ अतः उन्होंने बापूजी को किसी तरह से अंदर करने का बहुत बड़ा षड्यंत्र किया ।
♦ श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री महंत लक्ष्मणदासजी महाराज, इंदौर : भारत के अंदर अन्याय कहा जाय तो वह आशारामजी बापू पर किया गया है । जो वेद-पुराण की नीति सिखाते थे उनको जेल में डाल दिया गया ! यह अन्याय है, अनीति है, अधर्म है ।
♦ डॉ. श्रीकृष्ण पुरीजी महाराज- संत आशाराम बापू पर यह अन्याय एक राजनीति का भाग है।
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♦ डॉ. रामविलास वेदांतीजी, लोकसभा के पूर्व सदस्य : भारतीय संस्कृति की रक्षा कैसे हो, धर्म की रक्षा कैसे हो, मठ-मंदिरों की रक्षा कैसे हो इसका चिंतन व कार्य हमारे पूज्य संत आशाराम बापूजी कर रहे थे । वैश्विक विदेशी ताकतें चाहती हैं कि ये काम बंद हो जायें ।
♦ ‘‘संत आशारामजी बापू को फँसाया गया है। इस देश में हमारे संतों को बदनाम करने का बहुत बड़ा षड़्यंत्र चला है । कानून में किसीको भी फँसाया जा सकता है । – श्री अशोक सिंहलजी
♦ श्री सुरेश चव्हाणके, चेयरमैन, सुदर्शन न्यूज चैनल- आजादी के बाद सबसे ज्यादा अगर किसीको सताया गया होगा तो आशारामजी बापू को सताया गया है । समाज को इस षड्यंत्र को समझना चाहिए कि धर्म के ऊपर कैसे आक्रमण किया जा रहा है । मैं बापूजी के लिए कल भी आवाज उठाता था, आज भी उठा रहा हूँ और कल भी उठाऊँगा । मैं बापूजी के साथ था, हूँ और हमेशा रहूँगा ।
♦ महंत हरिदासजी महाराज, दिगम्बर अखाड़ा, अयोध्या : कोई चाहे कितनी भी कोशिश कर ले पर लोगों के हृदय में जो बापूजी का स्थान है उसको कोई नहीं मिटा पायेंगे ।
♦ महंत श्री संतोषदासजी खाकी, राष्ट्रीय महामंत्री, षड्दर्शन विश्व अखाड़ा परिषद : इससे ईसाई मिशनरियाँ अपने धर्मांतरण के काम में सफल नहीं हो पा रही थीं तथा ऐसे विरोधियों की राजनीति पर पूरी पकड़ थी इसलिए आशारामजी के साथ ऐसा खेल खेला गया । यह खेल पूरे तरीके से हमारे सनातन धर्म को मिटाने के उद्देश्य से यह लक्ष्य रखते हुए खेला गया कि आशारामजी बापू का प्रभाव कम हो जाय और भयभीत हो के अन्य प्रभावी संत भी उठ के मैदान में नहीं आयें ।
♦ ब्रह्मर्षि हेमंत कश्यपजी महाराज, सुप्रसिद्ध भागवताचार्य, हरिद्वार : बापूजी के साथ अन्याय हो रहा है । कुछ राजनीतिक पार्टियाँ अथवा तो कुछ आपस में मिले हुए लोग इस केस को उलझा रहे हैं ।
♦ ‘‘साधु-संतों के बारे में अनेक आरोप लगाने की परम्परा देश में तेज हुई है । आशारामजी बापू का जीवन बहुत सात्त्विक संत का जीवन है ।’’ – श्री प्रवीण तोगड़िया, अंतर्राष्ट—ीय कार्यकारी अध्यक्ष, वि.हि.प.
♦ ‘‘बापू के खिलाफ राजनैतिक साजिश हो रही है । प्रारम्भ से ही वे एक राजनैतिक पार्टी के निशाने पर हैं ।’’ – डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री, छ.ग.
♦ निर्मल पीठाधीश्वर श्री महंत स्वामी ज्ञानदेव सिंहजी, अध्यक्ष, श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल : जहाँ-जहाँ आदिवासी क्षेत्रों में ईसाई मिशनरियाँ धर्मांतरण का अधिक काम कर रही थीं वहाँ-वहाँ बापूजी ने गुरुकुल, समितियाँ आदि स्थापित किये और गरीबों को अन्न, वस्त्र आदि जीवनोपयोगी सामग्री तथा उनके बच्चों को शिक्षा आदि हेतु सब प्रकार की सुविधाएँ दीं । मिशनरियों ने देखा कि बापू हमारी कार्य करने की गति को रोक रहे हैं तो उन्होंने उनको दबाने के लिए बहुत बड़ा षड्यंत्र खड़ा किया ।
♦ श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर नवलकिशोरदासजी, महामंत्री, संत महामंडल : समाज में अंतिम पंक्ति का व्यक्ति भी किस प्रकार धार्मिक और साधना-परायण हो सकता है इस पर आशारामजी बापू ने बहुत बल दिया । बापूजी का एक ही अपराध था कि उन्होंने वनवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण को रोका
♦ अखिल भारतीय साधु समाज के महामंत्री संत रामचैतन्य बापू- संत आशारामजी बापू का समाज के प्रति कितना प्रेम है कि अपने शरीर की होली करके (पीड़ाएँ सह के) भी सबकी दिवाली कर देते हैं ! अरे, संत आशारामजी बापू ने कितना-कितना समाज को दिया है । ऐसे संत के लिए जब कोई कुछ-का-कुछ कहे, उन पर कलंक लगाये तो हमें जागने की जरूरत है ।
♦ महंत यति नरसिम्हानंदजी, राष्ट्रीय संयोजक, अ.भा. संत परिषद- संत आशारामजी बापू को एक षड्यंत्र के तहत फँसाया गया है । आज अन्याय की सारी पराकाष्ठाओं को पार कर दिया गया है । हिन्दू धर्म को समाप्त करने की साजिश चल रही है ।
♦ स्वामी अतुलकृष्ण महाराज, केन्द्रीय मार्गदर्शक, विश्व हिन्दू परिषद- यह तो बड़ा षड़्यंत्र है जो इतने बड़े महापुरुष संत आशारामजी बापू को फँसा दिया गया है ।
Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश
♦ श्री वृंदावन पीठाधीश्वर स्वामी विश्वेशप्रपन्नाचार्यजी : विदेशी ताकतों ने हिन्दू धर्म को नष्ट करने की योजना बनायी है । इसके तहत आशारामजी बापू को फँसाया गया है ।
हिन्दूभूषण श्यामजी महाराज- जो अन्याय संत आशारामजी बापू के साथ हो रहा है, वह आजादी के बाद का सबसे बड़ा अन्याय है ।
♦ महंत यति बाबा नरसिम्हानंद सरस्वतीजी : अच्छी तरह से जानता हूँ कि जिस केस में आशारामजी बापू फँसे हैं वह झूठा है और उन्हें षड्यंत्र करके फँसाया गया है ताकि ईसाई मिशनरियाँ हिन्दू धर्म को समाप्त कर सकें ।
♦ संत श्री विजय कौशलजी : आशारामजी के साथ अन्याय हो रहा है, उनको छोड़ना चाहिए । मीडिया ट्रायल देश के लिए खतरनाक है, यह बंद होना चाहिए ।
♦ महामंडलेश्वर श्री भैयादासजी : जो धर्म-विरोधी हैं उन्होंने आशाराम बापूजी को राजनीति के तहत फँसाया है । उन्होंने ! आदिवासी क्षेत्रों में, जहाँ कभी कोई जा नहीं सकता था, वहाँ उन्होंने विद्यालय बनवाये । हिन्दू संस्कृति को किस तरह से उन्होंने जागृत किया है वह कोई नहीं बताता ।
♦ आचार्य श्री कौशिकजी : पूज्य बापूजी के खिलाफ कार्य करनेवालों ने उनके प्रति इतना बड़ा अपराध किया है कि उन लोगों को बापूजी भले ही माफ कर दें पर परमात्मा उन्हें कभी माफ नहीं करेगा ।
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♦ महंत यति बाबा नरसिम्हानंद सरस्वतीजी, राष्ट्रीय संयोजक, अखिल भारतीय संत परिषद : आज सारे हिन्दू समाज के अंदर संतों के प्रति घृणा पैदा की जा रही है । जिस केस में आशारामजी बापू फँसे हैं वह केस षरज्ञश है, झूठा है यह मैं पूरी गारंटी देता हूँ । एक षड्यंत्र के तहत उन्हें फँसाया गया है और वह किसने रचा यह सब लोग जानते हैं ।
♦ श्री अशोक सिंहलजी, वि.हि.प. के मुख्य संरक्षक व पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष : ‘‘हमारे संतों पर झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं । हमारे पूज्य संत आशारामजी बापू की 73 वर्ष उम्र है, उनके ऊपर रेप का चार्ज लगाकर गिरफ्तार करते हो ? यह हिन्दू समाज को बताने के लिए है कि तुम्हारे अंदर जो संतों का सम्मान है उसे हम मिटाकर रख देंगे ।’’
♦ ‘‘आज इस दुनिया की बेईमानी का, दुष्कृत्यों का सबसे बड़ा शत्रु अगर कोई है तो बापूजी हैं । इसलिए उनके ऊपर सबसे ज्यादा हमले (षड्यंत्र) हो रहे हैं । पिछले 10 सालों में इस देश को गुलाम बनाने से रोकने में सबसे जो बड़ी शक्ति है तो वह आशारामजी बापू हैं । इसी कारण ये सबसे ज्यादा निशाने पर हैं । ऐसे में हम लोगों को पूज्य बापूजी का साथ देना जरूरी है । – श्री सुरेश चव्हाणके, चेयरमैन, ‘सुदर्शन चैनल’
♦ ‘‘घेराबंदी से ग्रस्त हिन्दुओ ! झूठे आरोपों व कुप्रचार के माध्यम से तुम्हारे मार्गदर्शक व संत योजनाबद्ध रीति से समाप्त कर दिये जायेंगे । जब तक यह बात तुम्हारी समझ में आयेगी, तब तक बहुत देर हो चुकी होगी । हिन्दू-विरोधी एवं राष्ट—-विरोधी ताकतों के गहरे षड्यंत्रों को और हिन्दू संतों को बदनाम करने के उनके छुपे हथकंडों को सीधे व भोले-भाले हिन्दू नहीं देख पा रहे । अतः सावधान !’’ – प्रसिद्ध न्यायविद् डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी
♦ श्री चन्द्रप्रकाश कौशिक,राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारत हिन्दू महासभा- बापूजी बिल्कुल अपराधी नहीं हैं, पूरा केस क्लीयर है लेकिन यह अंतर्राष्ट्रीय साजिश है । ईसाई मिशनरियाँ बापूजी के पीछे लगी हुई हैं ।
♦ सुप्रसिद्ध न्यायविद् डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर पर कहा : 21वीं सदी में सबसे बड़ी भारतीय न्यायिक चूक है 79 साल के संत आशारामजी बापू को न्यायालय द्वारा जमानत से निरंतर इनकार । केस बोगस है !
♦ ‘‘दुष्ट लोग यह जो अपमान कर रहे हैं वह बापूजी का अपमान नहीं है, हिन्दू समाज का अपमान है, भारत का अपमान है ।’’ – श्री प्रमोद मुतालिक, अध्यक्ष, ‘श्रीराम सेना’
♦ संत श्री बाबा हरपालसिंहजी महाराज, प्रमुख, रतवाड़ा साहिब गुरुद्वारा, मोहाली (पंजाब) : ‘‘आज सारे सिख लोग, सारी सिख संगत इस बारे में एकजुट है कि बापूजी के लिए जो भी कुर्बानी करनी पड़े, हम उसके लिए तैयार हैं ।’’
Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश
♦ ‘‘पूज्य बापूजी हमारे विश्वगुरु हैं । जहाँ राम तहाँ नहीं काम । जहाँ साक्षात् आशाराम बैठे हों वहाँ काम का क्या काम है ? ये जितना दुष्प्रचार है उसके पीछे पैसा है, राजनैतिक व धर्मांतरण करनेवाली ताकत है और अनेक एनजीओज् का रूप लेकर फैले हुए भारतीय संस्कृति को नष्ट करनेवाले षड्यंत्रकारी हैं ।’’- महामंडलेश्वर श्री परमात्मानंदजी महाराज
♦ श्री आशीषदासजी महाराज, श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत श्री नृत्यगोपालदासजी के कृपापात्र : । बापूजी एकदम कंचन-जल की तरह पवित्र और निर्मल हैं ।
♦ ‘‘पूज्य बापूजी जैसे संत तो कामवासनाओं से हजार कोस दूर रहते हैं । उन पर ऐसे घृणित आरोप लगवाना कितना दुर्भाग्यपूर्ण है ।’’ – श्री परमेश्वरदासजी महाराज, उपाध्यक्ष, ‘अखिल भारतीय संत समिति’
♦ ‘‘कुछ राजनेता और बिकाऊ मीडियावाले देश को बरबाद करने में लगे हुए हैं, हमारे संतों का अपमान करने में लगे हुए हैं । अब आप जागो और जगाओ, गलत प्रचार पर ध्यान मत दो ।’’ – डॉ. मस्त बाबाजी, ‘श्रीकृष्ण प्रणामी सम्प्रदाय’
♦ ‘‘लाखों-करोड़ों लोगों को व्यसन से मुक्त करा देनेवाले, अध्यात्म का दीपक जगानेवाले हैं बापू । उन पर ये आरोप गहरी साजिश है ।’’ – युवा क्रांतिद्रष्टा संत दिनेश भारतीजी
♦ ‘‘यह बापूजी पर हमला नहीं है, यह संत-समाज पर हमला है ।’’- महात्यागी रामबालकदासजी, अधिपति, पाटेश्वर धाम
♦ ‘‘पूज्य बापूजी को बेवजह परेशान न किया जाय ।’’ – श्री उद्धव ठाकरे, शिवसेना प्रमुख
♦ किसीके भी ऊपर इस प्रकार का आरोप लगाना आसान है । आज संत आशारामजी के अनुयायी दुनियाभर में हैं । ऐसी घटना के कारण उनकी छवि को कितनी ठेस पहुँचेगी यह समझने की बात है । – श्री कैलाश विजयवर्गीय, वाणिज्य, उद्योग एवं सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री (म.प्र.)
♦ ‘‘मेरा मानना है कि किसी-न-किसी षड्यंत्र का शिकार माननीय आशारामजी बापू को किया जा रहा है ।’’ – श्री नरोत्तम मिश्र, स्वास्थ्य मंत्री (म.प्र.)
♦ बापूजी हमारे राष्ट—संत हैं और षड्यंत्र के तहत उनको जेल में रखा हुआ है । और जल्दी-से-जल्दी बापूजी को जेल से रिहा करें ।’’ – महंत श्री घनश्यामानंदजी महाराज, अध्यक्ष, ‘डिवाइन वैदिक एसोसिएशन’
♦ महामंडलेश्वर श्री देवेन्द्रानंद गिरिजी, राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारतीय संत समिति : ‘‘अखिल भारतीय संत समिति के 11 लाख संत बापूजी के साथ हैं !’’
♦ स्वामी चक्रपाणिजी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष, संत महासभा : ‘‘पूज्य बापूजी पर झूठे इल्जाम लगाये जाते हैं, बड़ा दुःख होता है । जिन्होंने कमाल की राष्ट—सेवा का काम किया है ऐसे संत पर ‘पॉक्सो एक्ट’ का परीक्षण किया जा रहा है ! धिक्कार है !!’’
♦ संत श्री बाबा देविन्दरसिंहजी, अध्यक्ष, ‘आश्रम निर्मल कुटिया’ : ‘‘बापू आशारामजी जैसे महात्मा जो लाखों लड़कियों की इज्जत बचाने के लिए नित्य परिश्रम करते हैं, उनके ऊपर यह षड्यंत्र रचना बहुत निंदनीय है ।’’
♦ महामंडलेश्वर श्री परमात्मानंदजी महाराज : ‘‘पूज्य बापूजी हमारे विश्वगुरु हैं । ये जितना दुष्प्रचार है उसके पीछे पैसा है, राजनैतिक व धर्मांतरण करनेवाली ताकत है और अनेक एनजीओज् का रूप लेकर फैले हुए भारतीय संस्कृति को नष्ट करनेवाले षड्यंत्रकारी हैं ।’’
♦ महामंडलेश्वर सूर्यानंद सरस्वतीजी, महामंत्री, अखिल भारतीय संत समिति, हरियाणा- बापूजी बेदाग हैं, पाक हैं । इस सत्य की रक्षा के लिए जन-जन को आगे आना पड़ेगा ।
♦ श्री गणेश महाराज : धर्म के मूल संत हैं । संतों पर प्रहार पूरे धर्म पर प्रहार है । जो लोग इल्जाम लगा रहे हैं वे बदनाम करने के लिए लगा रहे हैं लेकिन बापूजी तो निर्विकार हैं ।
♦ भारत कुमार शर्मा, सीईओ, डायरेक्टर, मुक्ति टीवी (आंध्र प्रदेश) : संत-महात्माओं पर यह प्रहार धर्मांतरणवालों के द्वारा हो रहा है । वास्तव में यह प्रहार हमारे धर्म, संस्कृति और देश पर है । इसे अपने घर पर हुआ प्रहार समझकर सभीको एकजुट होकर इसका प्रतिकार करना है ।
♦ निश्चित रूप से जो भारतीय संस्कृति, परम्परा के प्रति रुचि या निष्ठा रखनेवाले हैं, वे समझते हैं कि सच्चाई क्या है और बापूजी के विरुद्ध में षड़्यंत्र कितना है । – आचार्य बालकृष्ण
Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश
♦ सुप्रसिद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता एवं न्यायविद् श्री राम जेठमलानी- संत श्री आशारामजी बापू पर किया गया केस झूठा है, लड़की को कुछ नहीं हुआ ।
♦ श्री राजेन्द्रशरण देवाचार्य, प्रवक्ता, निम्बार्क पीठ, मथुरा – अखाड़ा बापूजी के ऊपर हो रहे अत्याचार का पुरजोर विरोध करेगा । षड्दर्शन साधु समाज भी इसके विरोध में है और बापूजी को सबका पूर्णतः सहयोग है ।
♦ श्रीमती सुमन सिंहजी, राष्ट्रीय सचिव, शिवानंद तीर्थधर्म सेवा-समिति तथा वकील, पटना हाईकोट – हम सभी यह संकल्प लें कि ‘हम निर्दोष पूज्य बापूजी पर हो रहे अन्याय और एक षड्यंत्र के तहत उन्हें फँसाये जाने की वास्तविकता को लेकर शहर-शहर, गाँव-गाँव में जा के ऐसे षड़्यंत्रकारियों की सच्चाई जनता तक अवश्य पहुँचायेंगे, उनका पर्दाफाश करेंगे ।’
♦ सावरकर ताई, वीर सावरकरजी के परिवार की कुलवधू : संत आशारामजी बापू को छल-कपट से जेल में रखा गया है ।
♦ स्वामी केशवानंदजी महाराज, द्वारका- सनातन हिन्दू धर्म के जिन संतों को षड्यंत्रों में फँसाया गया, उन्हें उबारने के लिए बापू हमेशा बड़े उबारक के रूप में सामने आये हैं । भारत में भारतीयता को जीवित रखना अब बहुत कठिन हो गया है । इस काल में इतनी कठिनाई है कि उतनी कठिनाई विदेशी शासनकाल में भी नहीं थी ।
♦ भागवत कथाकार श्री श्रवणरामजी महाराज, जोधपुर : संत आशारामजी बापू के खिलाफ यह एक साजिश है, षड़्यंत्र है ।
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♦ श्री भास्करगिरिजी, वारकरी सम्प्रदाय, देवगढ़ संस्था : बापूजी निर्दोष हैं । हम बापूजी के साथ हैं । वर्तमान परिस्थिति में भी पूरे हक से और छाती ठोक के कहिये कि ‘हम बापूजी के साधक हैं !’ और सुप्रचार चालू रखिये ।
♦ जगद्गुरु श्री पंचानंद गिरिजी, जूना अखाड़ा : यह एक साजिश चल रही है । शंकराचार्यजी की गिरफ्तारी हो या आशारामजी बापू की, नारायण साँईं की या और संतों की, यह एक षड्यंत्र है ।
♦ नन्द कुमारजी जाधव, राष्ट्रीय प्रचारक, सनातन संस्था : आज आशारामजी बापू जैसे श्रेष्ठ संत की महानता को ध्यान में न रखकर धर्मद्रोही षड्यंत्रकारियों ने झूठे आरोप लगा के उन्हें जेल में भिजवा दिया है ।
♦ महामंडलेश्वर श्री जालेश्वरजी महाराज, भागवत कथाकार, रायपुर (छ.ग.) : आज देश में बहुत सारे नेता जिन्हें जेल में होना चाहिए, वे संसद व विधानसभा में बैठे हुए हैं और जिनको सम्मान मिलना चाहिए, ऐसे बहुत सारे संतों को आज जेल में डाल दिया गया है ।
♦ स्वामी चक्रपाणिजी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष, संत महासभा-धर्म व संस्कृति पर जब प्रहार होता है तो बापूजी मुँहतोड़ जवाब देने के लिए अपने भक्तों का आह्वान करते हैं । बताओ, यह कितनी बड़ी महानता है ! आज ऐेसे संतों का स्थान क्या जेल में है !
♦ श्री राजशेखर उपाध्याय, ‘रामायण’ धारावाहिक के जाम्बवंत : हमारे गुरुदेवजी निर्दोष थे, निर्दोष हैं और निर्दोष रहेंगे ।
♦ हाजी तैयब कुरैशीजी, अध्यक्ष, सेनापति मुस्लिम संघ समिति : दुर्भाग्यवश सरकार चाहे कोई भी रही हो, धर्माचार्यों पर जुल्म बराबर होता रहा है ।
♦ दूसरा, हमारी सरकार पूरे देश से गौ-मांस निर्यात करती है, चमड़ों के उत्पाद भेजती है । इससे 40 खरब रुपये आते हैं । उन 40 खरब रुपयों को न छोड़ने की वजह से गौ-हत्या हो रही है । मैं गाय की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहा हूँ और मुस्लिम समाज को जागृत करता हूँ कि आप लोग संगठित हो के गाय की रक्षा में हिन्दुओं से भी आगे निकलकर आयें । और यह जुर्म जो इस देश में हो रहा है, अगर आज भी बंद नहीं होगा तो कब होगा ? गाय हमारी धार्मिक और आर्थिक पहचान है । यह सनातन धर्म तमाम विश्व के लिए है ।
♦ श्री पवन शास्त्रीजी, ‘विश्व हिन्दू परिषद’ केन्द्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य, प्रवक्ता, श्रीरामजन्मभूमि न्यास : अयोध्या की संत-शक्ति बापूजी के साथ थी, है और रहेगी !
♦ महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंदजी, हरिद्वार- संत आशारामजी बापू तो सनातन धर्म की पगड़ी हैं । कुप्रचार करनेवाले लोग जरूर अपने कर्मों का फल पायेंगे ।
♦ संत आशारामजी बापू के खिलाफ भी षड्यंत्र किया गया है । हमें जागृत होना होगा । – श्री श्री 108 श्री नरेन्द्र गिरि महाराज, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद
♦ संत कृपारामजी महाराज, गुरुकृपा आश्रम, जोधपुर : वर्तमान में पूज्य बापूजी जैसे संतों पर ही हमारी संस्कृति और देश टिका हुआ है । इसलिए बापूजी को फँसाने का षड़्यंत्र रचा गया ।
♦ श्री रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति : यदि सरकार को वास्तव में अच्छे दिन लाने हैं तो जिन्होंने लोगों के मन में देशभक्ति, मातृभक्ति, पितृभक्ति जगायी है, उनको जेल से रिहा किया जाना चाहिए ।
♦ नीलम दुबे, आश्रम मीडिया प्रवक्ता : कुप्रचार का जवाब अगर अभी नहीं दिया तो फिर आपको मौका नहीं मिलेगा ।
♦ श्री रामलाल शास्त्रीजी भागवत कथाकार : अपने देश और संतों के प्रति यह कुप्रचार का जहर उगला जा रहा है ताकि भारतीय संस्कृति का ह्रास हो, लोगों में अनास्था उत्पन्न हो । लेकिन हमारे पूज्य बापूजी पर हमारा दृढ़ विश्वास व आस्था है ।
♦ श्री श्रवणरामजी महाराज : कल्पना’ नामक एनजीओ पूरा-का-पूरा बापूजी के खिलाफ षड़्यंत्र में सहयोग कर रहा है, उसमें अनेक ईसाई हैं ।
♦ अधिवक्ता श्री संजीव पुनालेकर, राष्ट्रीय सचिव, हिन्दू विधिज्ञ परिषद :बापूजी पर अन्याय और अत्याचार यह हिन्दू धर्म पर अत्याचार है ।
Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश
♦ श्री उपानंद ब्रह्मचारी, अध्यक्ष, हिन्दू एक्जिस्टन्स फोरम (प. बंगाल) : बापूजी के साथ यह सब जो हो रहा है, कहीं-न-कहीं राजनीति से प्रेरित है ।
♦ पद्म विभूषण जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्यजी, तुलसी पीठाधीश्वर : आशारामजी को अब छोड़ देना चाहिए, बहुत हो चुका, अब अत्याचार नहीं होना चाहिए ।
♦ महंत श्री हरिगिरिजी, महामंत्री, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद : बापूजी की गिरफ्तारी । मेरा तो स्पष्ट रूप से मानना है कि कहीं-न-कहीं षड्यंत्र किया गया है ।
♦ श्री देवकीनंदन ठाकुरजी, प्रसिद्ध कथाकार : बापूजी को बेल न देकर ही सबसे बड़ा गुनाह हो रहा है ।
♦ परमहंस डॉ. अवधेशपुरीजी, महामंत्री, महानिर्वाणी अखाड़ा, महाकाल मंदिर (उज्जैन) : बापूजी पर आरोप लगवाये जाने से जो काम उन्होंने समाज के लिए, राष्ट— और धर्म के लिए किये, उनको भुलाया नहीं जा सकता । हम सब संत उनके साथ हैं ।
♦ श्रीमती उपमा सिंहजी, (साध्वी प्रज्ञा सिंह की बड़ी बहन)- सभी हिन्दुओं का यह कर्तव्य बनता है कि वे बापूजी की रिहाई के लिए प्रार्थना करें और सदैव उनके समर्थन में खड़े रहें ।
♦ स्वामी निरंजनजी, पीठाधीश्वर, पुरुषार्थ आश्रम (हरिद्वार) : आशारामजी निर्दोष हैं । वे कहीं से भी दोषी नहीं हैं ।
♦ श्री हरिशंकर जैन, अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय : बापूजी क केस बिल्कुल बनावटी है, उन्हें फँसाया गया है ।
♦ श्री मनीष कुमार वर्मा, अधिवक्ता : आशारामजी बापू का केस पूरी तरह झूठा है और उसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं है ।
♦ प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज, निदेशक, गांधी विद्या संस्थान, वाराणसी : बापूजी की छवि तो कोई नष्ट नहीं कर सकता लेकिन जो कुत्सित लोग ऐसा प्रयास कर रहे हैं वे भारतीय संस्कृति के विरोधी हैं, उनको धिक्कार है !
♦ श्री सुरेश कुलकर्णी, अधिवक्ता, उच्च न्यायालय, महाराष्ट— : परम पूज्य आशारामजी बापू को फँसाया गया है । बापूजी के साथ अन्याय हो रहा है ।
♦ गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते (अढड) के पूर्व प्रमुख श्री डी.जी. वंजारा – सनातन हिन्दू धर्म के रक्षक होने के कारण संत आशारामजी बापू को निशाना बनाया गया है । हिन्दू-विरोधी शक्तियाँ उनके पीछे पड़ गयी हैं और उन्हें जेल में भेजा हुआ है ।
♦ बापूजी को फँसाने के लिए यह ईसाई मिशनरियों का भयंकर कुचक्र है । धर्मांतरण में उनके लिए बापूजी सबसे बड़े रोड़ा थे । पूज्य बापूजी ने 50 वर्षों में जो भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया है, संस्कृति एवं समाज की सेवा की है, वह दूसरों के लिए 500 वर्षों में भी करना कठिन ही नहीं, असम्भव है । – स्वामी विदेह (जगद्गुरु स्वामी विदेह महाराज, अंतर्राष्ट—ीय श्रीमद्भागवत कथा एवं श्रीरामकथा प्रवक्ता)
♦ श्री श्री श्री त्रिदंडी चिन्ना श्रीमन् नारायण रामानुज जीयर स्वामी, प्रमुख, श्रीमद् उभय वेदांत आचार्य पीठम् : संत आशारामजी बापू के ऊपर अत्याचार करना, उनके ऊपर झूठे आरोप लगाना, यह समाज को सहन नहीं करना चाहिए, इसके प्रति कुछ आंदोलन चलाना जरूरी है । हम भगवान से प्रार्थना करेंगे कि वे जल्दी-से-जल्दी बाहर आ जायें ।
♦ कांची कामकोटी पीठ के 70वें शंकराचार्य श्री विजयेन्द्र सरस्वतीजी : संत आशाराम बापूजी की रिहाई के लिए हम सब लोगों को प्रार्थना करनी चाहिए, प्रयास करने चाहिए ।
♦ परमहंस परिव्राजकाचार्य श्री श्री श्री सच्चिदानंद तीर्थ स्वामीजी, शृंगेरीपीठम् : संत आशारामजी बापू के साथ जो हो रहा है, वह बिल्कुल गलत है ।
♦ श्री एल.के. शर्मा, संस्थापक, श्री कृष्णा आनंद आश्रम, गुंटूर (आं.प्र.) : बेकार में संत आशारामजी बापू को जेल में डाल के रखा है । उन्होंने देश की इतनी सेवा की, उनके इतने शिष्य हैं !
♦ ज्योतिष और वास्तुशास्त्र के विद्वान श्री पवन गुरुजी, हैदराबाद (आं.प्र.) : संत आशारामजी बापू एक अच्छे और सच्चे संत हैं । धर्म की सदा विजय हुई है, इनकी भी विजय अवश्य होगी ।
♦ श्री अविनाश जायसवाल, वरिष्ठ प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ- हिन्दुत्व की समाप्ति के लिए विदेशी शक्तियों द्वारा षड़्यंत्रों का एक जाल इस देश में बुना गया था और बुना जा रहा है, संत आशारामजी बापू ने उसको प्रखर सूर्य के समान भेदकर हिन्दुस्तान में फिर से अध्यात्म का प्रकाश फैलाया है ।
♦ जगद्गुरु स्वामी बलदेवदासजी, श्री दाउजी धाम खालसा (राज.) : आशाराम बापू को बदनाम करने के लिए मीडिया ने षड्यंत्र किया है । सत्य सत्य ही रहेगा ।
♦ अगर भारत के संतों में किसीकी पहचान की बात आती है तो बापूजी का नाम प्रथम स्थान पर है । बापूजी ने असंख्य लोगों को हिन्दू बनाने का काम किया । बहुत बड़े षड्यंत्र के तहत बापू आज जेल में हैं । ऐसे विरले संत बापूजी ही हैं जिनके भक्तों की ऐसी स्थिति में भी अटूट श्रद्धा है । – साध्वी देवा ठाकुर, उपाध्यक्ष अखिल भारत हिन्दू महासभा
♦ श्री रामशरणदासजी, अखिल भारतीय काठिया परिवार : आशारामजी बापू के साथ करोड़ों लोगों की श्रद्धा जुड़ी हुई है, कई गौशालाएँ, गुरुकुल चलते हैं, ऐसे संत-महापुरुषों को फँसाया जा रहा है ।
♦ डॉ. अजय कुमार जयसवाल, भारत विकास परिषद, वाराणसी : बापूजी से जो अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है वह बड़ा ही निंदनीय है ।
♦ श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर बालयोगिनी श्री करुणागिरिजी : संत आशारामजी बापू का आदर्श जीवन है ।
♦ श्री संदीप आहूजा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखंड भारत मोर्चा- सत्ता के मद में डूबे हुए लोग हमेशा संतों को दबाने का प्रयास करते रहे हैं और यही आशारामजी व अन्य संतों के साथ हुआ ।
♦ स्वामी रामशरणाचार्यजी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय संत परिषद- संत आशारामजी बापू जैसे महापुरुष को जिस प्रकार साजिश रच के झूठे मामलों में फँसाया है, वह गलत है । अगर और किसी संस्था, संगठन को इस प्रकार दबाया होता तो वह समाप्त हो गया होता ।
♦ श्री महंत राजेन्द्रदासजी, अ.भा. पंचनिर्मोही अनि अखाड़ा, अहमदाबाद- संत आशारामजी बापू के हिन्दू संस्कृति से जुड़े व अन्य सभी सेवाकार्य अद्वितीय हैं । उन्हें देखना चाहिए, समझना चाहिए । बापूजी पर अन्याय हो रहा है ।
♦ स्वामी भागीरथदास आचार्यजी (बिश्नोई समाज), जाजीवाल धोरा, जोधपुर- संत आशारामजी बापू ने हिन्दू धर्म के उत्थान के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है । कपट से, छल से यह मुकदमा चलाया गया है । कुछ ऐसे नीच प्रकृति के लोग होते हैं जो पैसे के लोभ में अच्छे संतों पर कलंक लगाने को तैयार हो जाते हैं ।
♦ हिन्दू-मुस्लिम एकता मंच के महासचिव एडवोकेट शीराज कुरेशीजी- बदले की भावना से अंतर्राष्ट—ीय स्तर की शक्तियों द्वारा बापूजी को बदनाम करने के लिए झूठा केस लगवाया गया है ।’’
♦ अखिल भारत हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय सचिव महंत डॉ. पूजा शकुन पांडे : बापूजी का समय और बरबाद न कीजिये । आज इस देश को बापूजी के संरक्षण व नेतृत्व की बहुत आवश्यकता है । बापूजी जैसा आदर्श हमें दोबारा मिल नहीं सकता ।
Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश
♦ संवाददाता सम्मेलन के मुख्य अतिथि मुफ्ती सलीम कासम- संत आशारामजी बापू का अपमान पूरी दुनिया की इंसानियत पर कहर है । मालिक के सच्चे रास्ते पर चलनेवाले करोड़ों लोगों की श्रद्धा से खिलवाड़ किया जा रहा है । संत आशारामजी बापू के मामले में न्याय की समानता के अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है । यह आज अन्याय का सबसे बड़ा उदाहरण बन गया है ।’’
♦ महामंडलेश्वर श्री वासुदेवानंदजी, देवसीमाडीया धाम, गुजरात : बापू किसी भी तौर पर दोषी नहीं हैं । यह हिन्दू समाज की आस्था को तोड़ने का सुनियोजित षड्यंत्र है, और कुछ नहीं । समाज को इस चाल को समझकर सत्य का प्रचार करके इसे विफल करना चाहिए ।
♦ अनंतश्री विभूषित राजगुरु स्वामी दयानंद सरस्वतीजी उर्फ पाताल बाबा, अध्यक्ष, ‘गंगा बचाओ’ आंदोलन तथा पीठाधीश्वर, अखिल भारतीय मांत्रिक महासभा : आशारामजी बापू जैसे संत को दुष्ट मानसिकतावालों ने कारागार में डलवा दिया । हमारे बापू लाखों-करोड़ों के हृदयों में हैं ।
♦ श्री ब्रह्मप्रकाशजी महाराज : संत आशारामजी बापू को अनुचित ढंग से जेल में डाला गया है । हिन्दुओं को, संतों को बदनाम करने का यह षड्यंत्र है ।
♦ प्रवक्ता नीलम दुबे : देश को खत्म करने से पहले उसकी संस्कृति पर, संतों पर वार किया जाता है । आज हिन्दू धर्म को खत्म करने के जो दुष्प्रयास किये जा रहे हैं, सभी हिन्दुओं को एकजुट होकर उनका मुकाबला करना चाहिए । पूज्य बापूजी भारतीय संस्कृति के महान संत हैं । उन्हें किसीके प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है ।
♦ श्री सत्पाल मलहोत्राजी, हिन्दू हेल्प लाइन, दिल्ली : बापूजी को जेल में क्यों बंद किया गया है ? बापूजी धर्मांतरित लोगों की घर-वापसी का कार्य बहुत तेजी से कर रहे थे ।
♦ सेनाचार्य स्वामी श्री नरेशानंदजी, शुक्रताल (उ.प्र.)- जिन्होंने संत आशारामजी बापू को फर्जी बताया है वे खुद ही फर्जी हैं । बापूजी सच्चे ब्रह्मनिष्ठ संत हैं और लाखों-करोड़ों लोगों के हृदयों में सदैव पूजित होते रहेंगे ।
♦ श्री दीपक महाराज काले, कीर्तन-प्रवचनकर्ता, वारकरी सम्प्रदाय एवं जिला उपाध्यक्ष, अखिल भारत कृषि व गौ-सेवा संघ, अहमदनगर (महा.)- पूज्य बापूजी ने अपने जीवन में अनेक महान कार्य किये हैं । समाज का उन्होंने बड़ा उपकार किया है । संत आशारामजी बापू हमारे लिए ईश्वर हैं, सर्वस्व हैं । बापूजी के खिलाफ जो हो रहा है वह हिन्दू धर्म को नष्ट करने का एक षड़्यंत्र है । उन्हें रिहा किया जाना चाहिए ।
♦ श्री धर्मेन्द्र भावानी, अखिल भारतीय सहमंत्री, धर्म-प्रसार, वि.हि.प. : परम पूजनीय संत आशारामजी बापू ने धर्मांतरण का करारा विरोध किया इसीलिए वे इस डर्टी पॉलिटिक्स (गंदी राजनीति) के शिकार हुए हैं । भारतीय संस्कृति का विश्वभर में प्रचार-प्रसार करने में बापूजी की अहम भूमिका रही है । आज संत आशारामजी बापू जेल में हैं, इससे हिन्दुत्व को बड़ा भारी नुकसान है ।
♦ ह.भ.प. वेदांताचार्य, भीष्माचार्य, श्री निवृत्ति महाराज वक्ते, अध्यक्ष, राष्ट्रीय वारकरी सेना- ये जो परधर्मी लोग हैं इन्हें हिन्दू धर्म नष्ट करना है । संत आशारामजी बापू का जो कुप्रचार हुआ है इसमें दुष्ट लोगों का हाथ है ।
♦ श्री निखिल वर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू महासभा युवा मोर्चा- आज संत आशारामजी बापू जेल में हैं क्योंकि वे हिन्दू समाज के लिए लड़ने का, धर्मरक्षण का, धर्मांतरण को रोकने का कार्य कर रहे हैं । धर्म के लिए काम करनेवाले साधु-संतों को झूठे केसों में फँसाकर हिन्दू संस्कृति को विश्व-स्तर पर बदनाम करने का काम किया जा रहा है ।
♦ श्री श्यामचरण गुप्ता, भाजपा सांसद, इलाहाबाद- संत आशाराम बापूजी को इस उम्र में इतने दिनों से सताया जा रहा है, यह उचित नहीं है ।
♦ श्री महंत ब्रह्मर्षि आचार्य कुश मुनि स्वरूपजी, राष्ट्रीय महामंत्री, अ. भा. संयुक्त धर्माचार्य मंच-आशारामजी बापू को पूरी तरह से अंतर्राष्ट्रीय साजिश के तहत फँसाया गया है
♦ ♦ स्वामी कृष्णाचार्यजी, उत्तराखंड पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य : बापू आशारामजी को कुचक्र में फँसाया गया है । उन्हें जल्दी न्याय मिले और वे जेल से मुक्त हों ।
♦ स्वामी श्री उमाशंकरजी, पीठाधीश्वर, अतुलेश्वर धाम, प्रयाग : छेड़छाड़ का झूठा आरोप तो किसी पर भी लगाया जा सकता है । आशारामजी बापू हों चाहे अन्य कोई संत, पूर्णतया ठोस सबूत के बगैर उनको इस तरह से कारागार में रखना हम तो अपराध ही मानते हैं ।
♦ महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू रक्षा सेना- संत आशारामजी बापू ने हिन्दू समाज के लिए बहुत कार्य किये हैं । उन कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता । उनके साथ जो हो रहा है वह बड़ा अन्याय है क्योंकि उनको दंड ही इस बात का मिल रहा है कि वे हिन्दू संस्कृति को बढ़ाने के लिए काम करते थे । उनको न्याय मिलना चाहिए । उनकी कद्र होनी चाहिए ।
♦ श्री श्रीगोपाल झुनझुनवाला, केन्द्रीय कोषाध्यक्ष एवं ट—स्टी, विश्व हिन्दू परिषद : संतों को बदनाम करके हिन्दू धर्म को प्रताड़ित किया जा रहा है । यह हिन्दू समाज के प्रति एक व्यापक षड़्यंत्र है ।
♦ श्री सुप्रियारंजन घोष, अधिवक्ता, कोलकाता उच्च न्यायालय : बापूजी के प्रति जो किया जा रहा है वह और कुछ नहीं, राजनीति है ।
♦ महंत श्री राजितराम दुबे, प्रबंधक, माँ जगदेई विश्व सेवा सद्भावना संस्थान, इलाहाबाद – आशारामजी एक संत थे, आज भी हैं और जब तक यह पृथ्वी रहेगी, उन्होंने तो अपनी छाप छोड़ ही दी है संतत्व की । उनके ऊपर षड़्यंत्र किया गया है । समाज को उनकी रिहाई के लिए आवाज उठानी चाहिए ।
♦ श्री बटुकजी महाराज, प्रसिद्ध भागवत कथाकार (श्रीधाम वृंदावन एवं प्रयागराज)- किसीको भी झूठा कलंक लगाया जा सकता है । जैसे श्रीकृष्ण को झूठा कलंक लगाया गया था इसी प्रकार से संत आशारामजी बापू के ऊपर भी लगाया गया है । हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है कि हमारे धर्म को, संस्कृति को बदनाम करने के लिए ऐसे षड्यंत्र रचे जाते हैं ।
♦ आर्य संत स्वामी वरुणदासजी, अयोध्या- आध्यात्मिक उत्कर्ष में आज भी बापू आशारामजी का आश्रम अग्रणी है । पूरा देश यह बात समझ गया है कि षड्यंत्र के ही शिकार हुए हैं पूज्य बापूजी । इतनी योजनाएँ बना के इतने अधिकारियों को लगा के भी सरकार भी जिस काम को करने में सक्षम नहीं हो पाती है वह कार्य आशारामजी बापू के द्वारा सम्पादित हो रहा है । बापूजी के द्वारा राष्ट— के अंदर इतने व्यापक रूप में समाजहित के कार्य होते हैं कि उनको जेल में रखने से निश्चित रूप से राष्ट— का, सरकार का, समाज का – सबका नुकसान हो रहा है । इस पर सरकार, बुद्धिजीवियों और सबको विचार करना चाहिए ।
♦ स्वामी रामतीर्थदासजी, दिगम्बर अखाड़ा, अयोध्या- कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य श्री जयेन्द्र सरस्वतीजी के साथ गलत हुआ, संत आशारामजी बापू के साथ भी गलत हुआ है यह सबको बोलना चाहिए । जो सोच रहे हैं कि ‘संत आशारामजी के समर्थन में मैं कैसे बोल दूँ ?’ यह तो वही स्थिति हो गयी कि रावण के अत्याचार से सभी दुःखी थे लेकिन उसके डर के मारे कोई सामने जाकर कहते नहीं थे ।
♦ महामंडलेश्वर रामबालकदासजी, वाराणसी- आशारामजी बापू सराहनीय संत हैं । उन पर जो आरोप लगाये गये हैं वे सब गलत बातें हैं । यह साजिश है । समाज को चाहिए कि किसी प्रकार से उनको कारागृह से मुक्त कराये । जिस राजा के राज्य में साधु सताये जायें, न्याय न हो, अन्यायियों का राज्य हो, मैं किसी पार्टी को नहीं बोलता, उन अन्यायियों के राज्य में तो अन्न खाना पाप है… पर हम लोग करें क्या ? जायें तो कहाँ जायें !
♦ सुंदर वैदिकजी, भागवत व गौ कथाकार- संत आशारामजी बापू के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश हुई है । आनेवाले समय में ऐसा किसीके भी साथ हो सकता है ।
♦ महंत परमेश्वरदासजी, महामंत्री, भारत साधु समाज, दक्षिण गुजरात- आशारामजी बापू निर्दोष हैं । संतों को अगर सताया जाता रहा तो कुदरत कोपायमान होगी, आँधी-तूफान, भूकम्प, परमाणु बम और विश्वयुद्ध से दुनिया का नाश हो जायेगा ।
♦ आचार्य श्री निवृत्तिनाथ येवले, प्रवचन-कीर्तनकर्ता व राष्ट्रीय, प्रचारक, वारकरी सम्प्रदाय- पूज्य संतश्रेष्ठ श्री आशारामजी बापू को जो सजा हुई है वह धर्म की दृष्टि से न्याय नहीं है । संतों को सताते हैं उनको उसका फल भोगना पड़ता है, निश्चित भोगना पड़ता है ।
♦ आचार्य जितेन्द्रजी आर्य, उज्जैन – बापूजी को षड्यंत्र करके फँसाया गया । आशारामजी बापू शुद्ध कंचन की तरह साफ-स्वच्छ हैं । बापूजी के बारे में झूठी, विकृत कहानियाँ दिखाकर मीडिया ने अपने-आपको बहुत गंदे स्तर पर ला के खड़ा किया है ।
♦ स्वामी राजेश्वरानंदजी, श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर, दिल्ली- बापूजी ने सनातन धर्म, समाज, राष्ट— व विश्व के लिए, शांति के लिए कितने कार्य किये हैं ! कहीं-न-कहीं सनातन धर्म व आशाराम बापूजी के विरुद्ध साजिश की जा रही है ।
Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश
♦ महात्यागी रामबालकदासजी- विदेशी शक्तियाँ चाहती हैं कि देश में जो भी आध्यात्मिक क्रांति उठे उसे दबाया जाय ताकि वह चेतना फिर न आ जाय जो भारत को विश्वगुरु पद पर स्थापित कर सके । पूरे भारत में सभी धर्मों, सम्प्रदायों के संतों को एक मंच पर लाने का प्रयास यदि कोई कर रहे थे तो वह बापूजी कर रहे थे । यह षड्यंत्रकारियों को खटकता था इसलिए उन्होंने यह आघात किया ।
♦ महामंडलेश्वर स्वामी श्री अनंतदेव गिरिजी, श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा : आशारामजी बापू के साथ जो कुछ हो रहा है वह अच्छा नहीं हो रहा है । जो एक नम्बर के घोर अपराधी हैं उनको तो बेल मिल जाती है लेकिन बापू को एक दिन की भी बेल नहीं मिली । हमको दुःख है कि आशारामजी बापू ने धर्मांतरण के खिलाफ या वनवासी-गिरिवासियों के उत्थान के लिए अथवा समाज की भलाई के और भी जो कार्य किये हैं उनका बदला उन्हें इस प्रकार दिया जा रहा है ।
♦ डॉ. के. पी. द्विवेदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अ. भा. ज्योतिष विचार संस्थान, दिल्ली : आशारामजी बापू एक महान संत हैं । उन्हें षड्यंत्रों द्वारा फँसाया गया और जेल भिजवाया गया । संत आशाराम बापू से करोड़ों लोग लाभान्वित हुए हैं और आज भी उन पर श्रद्धा करते हैं । उनको हर हाल में बाहर लाया जाना चाहिए ।
♦ महामंडलेश्वर भैयादासजी, दिगम्बर अखाड़ा, श्री बालाजी धाम, डूंडाहेड़ा (उ.प्र.) : आशारामजी बापू ने जगत-कल्याण के लिए काम किया, इतने गरीब बच्चों को पढ़ाया-लिखाया । तो दुष्टवृत्ति के लोगों ने उन्हें फँसा दिया ।
♦ राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद के सम्पूर्ण दक्षिण भारत प्रभारी एवं संत प्रकोष्ठ महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री
♦ आचार्य स्वामी सियाराम शरणजी महाराज, अयोध्या : आशारामजी बापू जैसे संतों की रिहाई के लिए माँग करने का दायित्व पूरे भारतीय समाज का है । जो भी संत धर्मांतरण को रोकते हैं, समाज को सही दिशा देने के कार्यों में आगे आते हैं उनको कानून में फँसाकर प्रताड़ित किया जाता रहा है । इसे रोकने हेतु अगर समाज संगठित नहीं हुआ, संत-समाज एकजुट नहीं हुआ तो देश विधर्मियों के हाथ में चला जायेगा और हम फिर गुलाम हो जायेंगे ।
♦ श्री विद्यादासजी महाराज, रामानंद सम्प्रदाय : शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वतीजी के ऊपर राजनैतिक षड्यंत्र हुआ था, ठीक वैसी ही स्थिति आशारामजी बापू के साथ हुई । इसका उद्देश्य एक ही था कि हिन्दुओं को हिन्दुत्व से नफरत हो और समाज बिखर जाय ।
♦ महंत परमेश्वरदासजी, महामंत्री, भारत साधु समाज, दक्षिण गुजरात : आज पाश्चात्य सभ्यता एवं विधर्मी हमारी संस्कृति व संस्कारों पर कुठाराघात कर रहे थे तो किसीको भी यह विचार नहीं आया कि ‘वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाना शुरू किया जाय ।’ यह प्रेरणा आशाराम बापूजी ने देश और पूरे विश्व को दी । देश की संस्कृति व संस्कारों को बचाने के लिए बापूजी ने एक अलख जगायी है ।
♦ श्री विजयसिंह भारद्वाज, अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद, पंजाब : धर्मांतरण रोकने में बापूजी ने बहुत बड़ा काम किया है । ईसाई धर्मांतरणकर्ताओं का इंटरनेशनल जो गैंग है उसको यह बर्दाश्त नहीं हुआ । बापू आशारामजी निर्दोष हैं, उनके ऊपर झूठा केस डाला गया है ।
♦ श्री नीरज सोनी, पत्रकार, छतरपुर (म.प्र.) : पूरे संसार को पता है कि कुछ विदेशी ताकतों तथा मीडिया के षड्यंत्र के कारण ब्रह्मज्ञानी संत पूज्य बापूजी को जेल में रहना पड़ रहा है ।
♦ श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरिजी महाराज, महानिर्वाणी अखाड़ा : सनातन धर्म के विरुद्ध षड्यंत्र चल रहा है और इसमें कई संगठन, बाहरी शक्तियाँ निरंतर काम कर रही हैं । इसको कहीं-न-कहीं रोकना चाहिए ।
♦ महंत श्री बर्फानी बाबा, पंचायती अटल अखाड़ा, जूनागढ़ : आशारामजी बापू को बदनाम करने के लिए अफवाह फैलायी गयी है ।
♦ महामंडलेश्वर श्री 108 स्वामी महेश्वरानंद पुरीजी महाराज : बापूजी के ऊपर यह तो खुला षड्यंत्र है, इसमें कुछ पूछने का प्रश्न ही नहीं है ।
♦ स्वामी शिवानंदजी महाराज, उमाशक्ति पीठ, हरिद्वार : बापूजी ने इस देश-धर्म-संस्कृति के लिए अपना पूरा जीवन अर्पित कर दिया । जो आसुरी शक्तियाँ हैं उनसे उनका यश, वैभव, कीर्ति देखी नहीं जाती ।
♦ स्वामी श्री महेन्द्रगिरिजी महाराज, श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा : पूज्य आशारामजी बापू को जिस तरीके से निशाना बनाया गया, यह बापू को निशाना नहीं बनाया गया बल्कि पूरे हिन्दू समाज को नीचा दिखाने के लिए यह सब किया गया है ।
♦ महंत साध्वी डॉ. राधा गिरिजी, श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा : विधर्मियों को पता है कि आस्था का केन्द्र संत-समाज है । अतः वे संस्कृति के आधारस्तम्भ संतों को निशाना बना रहे हैं । संत आशारामजी का केस क्या है ? यही तो है !
♦ साध्वी डॉ. प्राची, वि.हि.प. : संत आशारामजी बापू का प्रकरण हो या अन्य प्रकरण, जबरदस्ती किसीको फँसाना, साधु-संतों पर कीचड़ उछाला जाना, उनका चरित्रहनन करना… इन तमाम प्रकरणों में समाज को आगे आकर अपनी समस्या सरकार तक पहुँचानी चाहिए और सरकार को इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए ।
♦ जगद्गुरु स्वभूराम देवाचार्य पीठाधीश्वर श्री राधामोहन शरण देवाचार्यजी महाराज, मथुरा : संत आशारामजी ने बहुत अच्छे काम किये हैं । उन्होंने संस्कृति-विरुद्ध कार्यों के खिलाफ आवाज उठायी तो उनको ही जेल में डाल दिया ।
♦ स्वामी अमृतानंदजी उर्फ आनंद गोपालदासजी महाराज, उदासीन अखाड़ा, हरिद्वार : आशारामजी बापू को केवल इसलिए फँसाया गया है कि उन्होंने धर्मांतरण को रोका और सनातन धर्म की रक्षा के लिए कई तरह के कार्य किये
♦ महंत परमेश्वरदासजी, महामंत्री, भारत साधु समाज, दक्षिण गुजरात : जो जिंदा भगवान हैं उनको पहचानो, आँखें खोलो । यह अन्याय बंद कर बापूजी को जेल से रिहा किया जाना चाहिए ताकि फिर से धर्म का प्रचार हो, लोगों का कल्याण हो, गरीबों को भोजन-वस्त्र मिलें और धर्मांतरित हुए हिन्दू पुनः स्वधर्म के प्रति जागृत हों, स्वधर्मनिष्ठ बनें । ।
♦ श्री मिलिंद एकबोटे, अध्यक्ष, धर्मवीर सम्भाजी महाराज प्रतिष्ठान एवं समस्त हिन्दू अघाड़ी: संत आशारामजी बापू के जेल जाने के बाद भी उनका शिष्य-परिवार, भक्त-परिवार पूरी श्रद्धा के साथ उनके समाजोत्थान के सेवाकार्य में जुटा हुआ है । यह बापूजी की सच्चाई का प्रमाण है ।
♦ तपस्वी बाबा कल्याणदासजी, अमरकंटक : आशारामजी बापू का जीवन बहुत ही अच्छा जीवन है । उन पर जो आरोप लगे हैं उनसे भी भयंकर आरोप जिनको लगे वे जेल के बाहर घूम रहे हैं । लोग दबे हृदय से इस बात को तो स्वीकार कर रहे हैं । संतों के मन में भी आशारामजी बापू के लिए बहुत प्रेम, स्नेह है । वे जल्दी बाहर आयें ।
♦ नैमिष व्यासपीठाधीश्वर श्री श्री 1008 जगदाचार्य स्वामी देवेन्द्रानंद सरस्वतीजी, नैमिषारण्य : एक-न-एक दिन ऐसा समय आयेगा जब धर्म की विजय होगी तथा अधर्मी लोगों का पतन होगा और वे धराशायी होंगे क्योंकि यतो धर्मस्ततो जयः ।
♦ जगदाचार्य स्वामी उपेन्द्रानंद सरस्वतीजी, नैमिषारण्य : षड्यंत्र के माध्यम से आशारामजी बापू को फँसाया गया है जो बहुत ऊँचाई पर होते हैं उनकी ऊँचाई को आसुरी सम्पदा के लोग सहन नहीं कर पाते हैं तो उनके प्रति कोई-न-कोई षड्यंत्र रचते रहते हैं ।
♦ महंत श्री भास्करगिरिजी, श्री गुरुदेव दत्तपीठ, देवगढ़ : आज पूरे देश के संतों के शिरोमणि पूज्य बापूजी हैं । भारत का वैभव संत हैं, उन पर झूठे आरोप लगाकर इस वैभव को जो लोग नष्ट-भ्रष्ट करने का सोच रहे हैं वे समझ लें कि इसमें कभी सफल नहीं हो पायेंगे ।
Asharam Bapu par Sajis I आसाराम बापू पर साजिश
♦ महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी भक्तानंदहरिजी महाराज, श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल : परम आदरणीय पूज्य संत आशारामजी बापू एक आदर्श संत हैं । उन पर जो आरोप लगाये गये हैं वे मिथ्या हैं ।
♦ साध्वी माँ ध्यानमूर्तिजी, कथा-प्रवक्ता एवं संस्थापक, माँ कृपा फाउंडेशन, वृंदावन : संत आशारामजी बापू को झूठे केस में इतने लम्बे समय से सताया जा रहा है । वस्तुतः आशारामजी बापू को नहीं सताया जा रहा है, धर्म-जगत से जुड़े हुए लोगों की आस्था को तड़पाया जा रहा है ।
♦ श्री श्री 108 श्री स्वामी शरणानंदजी महाराज, संतमत अनुयायी आश्रम, वाराणसी : ऐसे आत्मारामी वयोवृद्ध संत पर मिथ्या दोष लगाना पाप है ।
♦ स्वामी जगदीशानंद गिरिजी, श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा : आनेवाले समय में भारतीय इतिहास में जो लिखा जायेगा उसमें भारतीय न्याय-विभाग की सबसे बड़ी भूल होगी बापूजी को सजा देना । पूज्य बापूजी के बिना हिन्दू राष्ट्र की मात्र कल्पना कर सकते हैं, उसको मूर्तरूप कतई नहीं दे सकते क्योंकि बापूजी भारतीय संस्कृति के प्राण हैं, भारत के सिरमौर हैं ।
♦ महंत श्री मदनगोपालदासजी महाराज, सचिव, विरक्त संतमंडल, चित्रकूट धाम, सतना : प्रतिशोध की भावना से जबरदस्ती उनका पूरा शरीर जर्जर किया गया । संत अपने लिए कुछ नहीं करते हैं, राष्ट्र और धर्म के लिए ही सम्पूर्ण जीवन समर्पित करते हैं ।
♦ महंत पवनकुमारदास शास्त्री, महामंत्री, प्रवक्ता, अयोध्या संत समिति एवं हिन्दू पर्सनल लॉ बोर्ड : जनकल्याण और जन-जन को नैतिकता, सुख व शांति के मार्ग पर चलाने हेतु संत श्री आशारामजी बापू अथक प्रयत्न करते रहे हैं । बापूजी निर्दोष हैं, निष्कलंक हैं इसमें कहीं कोई दो राय नहीं है । कुर्सी के लोलुप लोगों द्वारा धर्म को क्षति पहुँचाकर राजसत्ता हासिल करने के लिए ऐसे षड्यंत्र अनादिकाल से किये जाते रहे हैं ।
♦ श्री आशीषदासजी महाराज, श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत श्री नृत्यगोपालदासजी के कृपापात्र : हम अपने बाल्यकाल से आशारामजी बापू को सुनते आये हैं । मीडिया और अन्य लोगों ने उन पर जो आरोप लगाये हैं वे निराधार हैं । बापूजी एकदम कंचन-जल की तरह पवित्र और निर्मल हैं ।
♦ श्री विजयसिंह भारद्वाज, अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद, पंजाब : धर्मांतरण रोकने में बापूजी ने बहुत बड़ा काम किया है । ईसाई धर्मांतरणकर्ताओं का इंटरनेशनल जो गैंग है उसको यह बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने बापूजी के ऊपर केस लगवाया जबकि सभीको मालूम है कि लड़की के साथ कुछ भी नहीं हुआ । बापू आशारामजी निर्दोष हैं, उनके ऊपर झूठा केस डाला गया है ।
♦ श्री नीरज सोनी, पत्रकार, छतरपुर (म.प्र.) : पूरे संसार को पता है कि कुछ विदेशी ताकतों तथा मीडिया के षड्यंत्र के कारण ब्रह्मज्ञानी संत पूज्य बापूजी को जेल में रहना पड़ रहा है ।
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