कोरोना की हकीकत व सच्चाई के वारे में विशिष्ठ कुछ लोगों की खोज यहाँ दी जा रही है । जिससे आम लोगों को Corona ki hakikat का पता चलेगा ।
Corona ki hakikat | Truth Behind Corona
– डॉ. शिवाि (अमेरिकन सीनेट सदस्य) व
– डेविड आइके (कॉन्सपीरेसी थ्योरिस्ट)
गोलमेज समुदाय आर्थात बिल्डर ग्रुप के लोग हैं, जिन्होंने लगभग सभी देशों की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त किया है । अब कानूनन पूरी धन सम्पदा को छीनना चाहते हैं । कोरोना का षड्यंत्र उसके लिए ब्रह्मास्त्र है ।
Corona ki hakikat | जबरदस्ती मौत :
कोरोना वायरस चाइना का है, यह बिल्कुल सरासर झूठ है । इसके बारे में स्वतंत्र जानकार डॉक्टरों से कहीं भी बहस (डिबेट) नहीं होती । इसका निदान भी बहुत बड़ी साजिश है । अस्पतालों को ऊपर से पैसे मिलते हैं । वेंटीलेटर पर रखना माने व्यक्ति को जबरदस्ती मौत की सजा देना है ।
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वैक्सीन व व्यवस्था- जनता की आवाज
Corona ki hakikat | हर मौत कोरोना :
विश्व में जितने लोगों की कोरोना नाम से मौतें हुई हैं वे झूठ हैं । वे दूसरी बीमारी से मरे हैं या तो उन्हें मार दिया गया है । ICMR ने आदेश दिया था कि हर मौत को कोरोना मौत लिखा जाय भले किसी भी बीमारी या दुर्घटना से मरे ।
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मूर्ख बनाकर मर्डर :
जो RTPCR टेस्ट कोरोना टेस्टिंग के लिए उपयोग में लाया जाता है यह वास्तव में इसके लिए है ही नहीं एवं FDA (USA) द्वारा प्रमाणित भी नहीं है । इसे 1984 में कैरी मुलीस ने रिसर्च करने के लिए बनाया था । यह एक लाख टेस्ट पर दस हजार को संक्रमित बताता ही है ।
लोगों को वैक्सीन लगे उसके लिए गोलमेज ग्रुप ने बहुत बड़ा पैसा इन्वेस्ट किया है । कई वर्ष पहले ही इसका प्लान बना लिया गया था, सन् 2017 में अंतिम अभ्यास करके पारित किया गया । सन् 2011 में बाकायदा इसपर ‘कॉन्टेजियन’ नामक फिल्म भी बनायी गयी थी । सर्दी-जुकाम करनेवाले वायरस का नाम कोरोना वायरस रखा है । इसका इलाज भी वही है जो सर्दी-जुकाम का है ।
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