Jyotish Ganana- Kall Vigyan | Astrology Calculation – Time Science
दिन-रात, पक्ष, मास, वर्ष, अवन आदि कालगणना के तत्वों, ऋतुओं और मौसम आदि के वैज्ञानिक तत्वों को हजारों वर्ष पहले वेदों के कलात्मक रूप से व्यक्त किया गया था । बाद में Jyotish Ganana, ज्योतिष शास्त्र अपने तीन अंगों के साथ विकसित हुआ ।
(2) होरा: जन्म कुंडली, विवाह, यात्रा से संबंधित
(3) संहिता: जीवन से संबंधित फलित ज्योतिष
हमारे वैज्ञानिक तथ्य धार्मिक कर्मकाण्ड बनकर अभी तक चलते तो आये परन्तु
उन पर काल्पनिक कथाएँ इतनी हावी हो गई कि
उनका मूल स्वरुप ही समाप्त हो गया ।
भारतीय पंडितों ने प्रकृति के तत्वों से हमें अवगत कराया, सिद्धांत दिए परन्तु अपने बारे में जानकारी देने में बड़ी कंजूसी की है । हमारे यहाँ काल्पनिक देवी-देवताओं के बारे काफी कुछ लिखा गया, पुराण लिखे गए, किन्तु ऐसे विद्वानों की जीवनियाँ नहीं लिखी गई । यह मानसिकता अभी भी बरकरार है । धार्मिक कार्यों में खर्च करने में हमारा समाज आज भी पीछे नहीं । हम संतों तथा देवताओं की कथाएँ कर रहे हैं पर जिन्होंने भारत की महानता की नींव रखी, उनके नामों की चर्चा भी नहीं करना चाहते ।
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