Nasha Kaise Chhode- नश कैसे छोडे, उससे होने वाली बिमारियाँ, नशा व उससे होने वाली मैत के आंकडे तथा उससे मुक्ति के उपाय यहाँ दिये जा रहे हैं ।
Nasha Kaise Chhode- नश कैसे छोडे, बिमारियाँ, आंकडे व उपाय
जिंदगी बचाए-अभी भी वक्त है जाग जाए !
।। देश के एक बड़े वर्ग और युवाओ को मौत के गर्त में जाने से रोके ।।
मनुष्य-जाति की अधिकाधिक हानि यदि किसीने की है, तो वे हैं मादक पदार्थ । उनसे मनुष्य के धन, आरोग्यता और जीवन का नाश होता है । मादक पदार्थों का सेवन करने से भावी संतान दिनोंदिन निर्बल तथा निस्तेज बनती जाती है ।
Nasha Kaise Chhode उससे पहले यह जाने कि धूम्रपान में एक विषैला तत्त्व ‘टार’ है, जिसका कैन्सर से सीधा सम्बंध है । डॉ. ट्राले ने अपने ग्रंथ ‘‘दि ट्रू टेम्परन्स प्लेटफार्म’’ में उन मिथ्या मान्यताओं का सप्रमाण खण्डन किया है, जिसके अनुसार शराब जैसे नशों को गर्मी, स्फूर्ति एवं शक्तिदायक कहा माना जाता है । उसने सिद्ध किया है कि मद्यपान के उपरांत जो थोड़ी सी उत्तेजना दिखाई पडती है वस्तुतः वह जीवनी शक्ति जैसे बहुमूल्य तत्त्व को जलाकर चमकाई गई फुलझड़ी मात्र ही होती है । वस्तुतः मनुष्य नशा पीकर अधिक थकता और अधिक निर्बल होता चला जाता है । धूम्रपान से कैन्सर जैसी भयानक जानलेवा बिमारी की संभावना बहुत ही बढ जाती है । फेफड़ा, होंठ, जीभ, मुँह, स्वरयंत्र, गला, अन्ननली, मूत्राशय, किडनी, स्वादपिंड, प्रोस्टेट जैसे अंगों से जुड़ा अलग-अलग प्रकार का कैन्सर धूम्रपान से हो जाता है ।
एक अनुमान के मुताबिक करीब 12 करोड भारतीय धूम्रपान करते है, जिससे हर साल 10 लाख से ज्यादा भारतीयों की मौत होती है, वही विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि हर वर्ष 50 लाख लोगों की धूम्रपान से जुडी बीमारियों के कारण मौत हो जाती है ।
धूम्रमुक्त तंबाकू में 3000से अधिक रासायनिक मिश्रण होते है, जिनमे से 29 कैंसर के लिए जिम्मेदार है । तंबाकू के कारण देश में हर साल तकरीबन 8 लाख लोगों की मौते हो रही है और कुल कैंसर पीडितों में से 90फीसदी मुख कैसर के शिकार है । नशा करने से हाथ-पैर की धमनियाँ-रक्तवाहिनियाँ संकरी होती जाती है । मेहनत करने पर और चलने-फिरने पर हाथ पैर बहुत दुःखने लगते हैं और धीरे-धीरे वे हिस्से सूखने लगते हैं और अनेक मामलों में तो हाथ-पैर काटने की नौबत आ जाती है । धूम्रपान न करनेवालों को यह रोग नहीं होता और हाथ-पैर जैसे महत्त्वपूर्ण अंग बच जाते है । दारू, बीड़ी जैसे घातक शत्रुओं को छोड़ने की इच्छा है ? तो हिम्मत करो ।
Nasha Kaise Chhode- नशामुक्ति का कारगर उपाय
* प्रातःकाल उठकर दोनों होथों को देखो । पाँच बार मन ही मन कहो : ‘‘ आज मैं अपने मुँह में जहर नहीं डालूँगा… दारू नहीं पीऊँगा… नहीं पीऊँगा ।’’
* स्नानादि के बाद कटोरी में थोड़ा जल लो । ललाट पर उस पानी का तिलक करो । दृढ संकल्प करो कि अब मैं अपना भाग्य बदलूँगा । ‘हरि ॐ… हरि ॐ… ॐ…’ सवा सौ बार इस मंत्र का जप करे । पानी में निहारे और उस पानी के तीन घुँट पीये । रात्रि को सोते समय भी ऐसा करे । चमत्कारिक ईश्वरीय सहायता मिलेगी ।
* सौंफ 100 ग्राम, अजवायन 100 ग्राम, सैंधव नमक 30 ग्राम, दो बड़े नींबू का रस मिश्रित करके तवे पर सेक ले । जब नशा करना महसूस हो तब मुखवास ले । इससे रक्त सुधरेगा और नशा डाकिनी से बच जाओगे ।
* जब शराब पीने की इच्छा हो तब किशमिश का 1-1 दाना मुंह में डालकर चूसें किशमिश का शरबत पीने से भी दिमाग को ताकत मिलेगी और धीरे-धीरे शराब छोड़ने की क्षमता आ जायेगी । साथ ही इस मंत्र का जप करें : – ‘ ॐ ह्रीं यं यश्वराये नम: ’ अथवा जब शराबी निद्रा में हो तो कुटुम्बी उसकी चोटी वाले भाग में देखते हुए मन ही मन इसका जप करें ।
* कहतें हैं कि शराब पीने की जिसे आदत पड़ जाती है, उसे आसानी से नहीं छुटती, लेकिन होम्योपैथीक औषधि नशा मुक्ति योग एक ऐसी दवा है, जिसके कुछ दिनों का सेवन करने के बाद शराब पीने वाले को शराब खराब लगने लगती है ! एक दिन में दो बार सेवन कि गई पहले दिन कि खुराकें ही आश्चर्यजनक लाभ पहुंचाती है और शराब पीने कि इच्छा समाप्त हो जाती है ! इस दवा से दारु, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, पान मसाला ईत्यादि से मुक्ति मिलती है ।
* इस दवा के बाद जब शराबी की आदत छूट जाती है तो उसे दो माह तक सुबह शाम दो-दो चम्मच गुलकन्द(प्रवाल मिश्रित) खिलाते हैं और इसके बीस मिनट बाद दो चम्मच अश्वगंधारिष्ट बराबर पानी के साथ दे । इससे उसके स्वास्थ्य में अद्भुत लाभ होता है । यदि नियमित रूप से भगन्नाम का जप करते हुए प्राणायाम करते हैं तो फिर तो सोने पर सुहागा वाली बात है ।
नशा से होने वाली बिमारियाँ व मौत के आकड़ें
* 2010 में प्रकाशित 20,000 से अधिक इज़रायली सैन्य रंगरूटों पर किये गये एक अध्ययन के अनुसार, धूम्रपान करने वालों में धूम्रपान न करने वालों की तुलना में कम बुद्धि (I.Q.) होती है . जिन्होनें कभी धूम्रपान नहीं किया उनकी औसत बुद्धि 101 थी, जबकि एक पैकेट से अधिक धूम्रपान करने वालों की औसत बुद्धि 90 थी ।
* प्रतिदिन एक सिगरेट पीने से धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के लिए, धूम्रपान ना करने वाले व्यक्ति की अपेक्षा दिल के दौरे की संभावना पचास प्रतिशत है. अरैखिक खुराक प्रतिक्रिया को प्लेटलेट एकत्रीकरण प्रक्रिया पर धूम्रपान के प्रभाव से समझाया जाता है ।
* हर साल भारत में लगभग ८ लाख नए केंसर के मामले सामने आते हैं जिनमें से तकरीबन ३.२ लाख मामले मुंह और गले के केंसर से सम्बंधित होते हैं ।
* विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से इस बारे में ङ्कइण्ड-केन-006ङ्ख नामक सर्वेक्षण विश्व तम्बाकू निषेध दिवस से पहले जारी की गई रिपोर्ट में भविष्य की भयावह तस्वीर का खुलासा किया गया है । 66 हजार लोगों पर किए गए इस सर्वे में रतलाम में पता चला कि 12 फीसदी स्कूली बच्चे तम्बाकू का नियमित सेवन करते हैं। इस बात से साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाला समय कितना भयावह होगा ।
* विश्व स्वास्थ्य संगठन की अल्कोहल एण्ड इन्जुरी रिपोर्ट 2007 के अनुसार विश्व में प्रति वर्ष 18 लाख लोग शराब के कारण जान गंवा देते हैं ।
* इटली के मिलान विश्वविद्यालय के शोधदल के प्रमुख आंद्रे बाकारेली ने कहा, ‘”ज्यादा शराब का सेवन करने वाले लोग थके-मांदे दिखते हैं। आमतौर पर समझा जाता है कि ज्यादा शराब पीने से समय से पहले बुढ़ापा आ जाता है। सीधे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि अत्यधिक शराब का सेवन करने से कई तरह के कैंसर का खतरा होता है ।”
* विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक एक साल में करीब 54 लाख लोगों की तम्बाकू के इस्तेमाल से मौत हो जाती है। वर्ष 2015 तक यह संख्या बढ़कर 65 लाख व 2030 तक 83 लाख हो जाएगी। कई लोग कामकाज सम्बंधी तनाव और दोस्तों के दबाव के चलते धूम्रपान की आदत को अपना तो लेते हैं पर वह इस चक्रव्यूह में इस तरह घिर जाते हैं कि उनमें से ज्योदातर के लिए इस लत से छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है । फिर भी उपर्युक्त बताये उपाय को करने से नशा छोडना आसान भी हो जाता है ।
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