Rashtradrohi Media | राष्ट्रद्रोही मीडिया | Anti National Media

Written by Rajesh Sharma

📅 January 28, 2022

Rashtradrohi Media

Rashtradrohi Media का इस देश की अखंडता, सभ्यता और संस्कृति पर बड़ा प्रहार है। देशहित के मुद्दों का गला घोटा जा रहा है ।

Rashtradrohi Media | राष्ट्रद्रोही मीडिया | Anti National Media

आज भारत में यह विदेशी मीडिया असत्य की महिमा गाकर देश की विचारधारा को बदलने और बनाने में लगा हुआ है। यह इस देश की अखंडता, सभ्यता और संस्कृति पर बड़ा प्रहार है। देशहित के मुद्दों का गला घोटा जा रहा है और असंवेदनशील मुद्दों के लिए संवेदनाएँ जागृत की जा रही हैैं। देश का ध्यान बँटाने के लिए जबरन बनावटी मुद्दे तैयार किये जा रहे हैं ।

मीडिया द्वारा देशभक्तों को खलनायक और खलनायकों को नायक का चोगा पहनाकर पेश किया जा रहा है। सेकुलरता के नाम पर मीडिया देश की धार्मिक आस्थाओं और संस्कारों को मिटाकर रख देना चाहता है।

प्रसिद्ध विद्वान एन.एस.राजाराम ने अपनी खोज के आधार पर स्पष्ट किया है कि भारत का तथाकथित मीडिया बड़े पैमाने पर विदेशी शक्तियों द्वारा संचालित है। फ्रांसिसी पत्रकार फै्रंकोईस ने भारत में हिन्दुत्व के ऊपर हो रहे अत्याचारों के बारे में अध्ययन कियाऔर इस कार्य के लिए मीडिया को जिम्मेवार ठहराया ।

बढ़ती मीडिया, घटता जनहितRashtradrohi Media

भारत में 1988 में प्रथम निजी चैनल ‘एनडी टीवी’ की शुरुआत हुई। इस समय 1400 चैनल पंजीकृत हैं लेकिन 816 चैनल दिखाये जाते हैं, जिनमें से 398 खबरिया चैनल हैं। लगभग 56 करोड़ लोग भारत में टेलीविजन देखते हैं। 57 वर्ष पुराना टेलीविजन का इतिहास है । भारत में 82 हजार 237 समाचार-पत्र पंजीकृत हैं। इनकी पाठक संख्या 32 करोड़ 12 लाख 4 हजार 841 है। भारत में लगभग 10 करोड़ लोग रोज समाचार-पत्र पढ़ते हैं। मुद्रित मशीनों का इतिहास 230 वर्ष पुराना है। लगभग 80 से 85 प्रतिशत पाठक अपने अखबार के सम्पादक को नहीं जानते हैं।

भारत में सभी प्रचलित भाषाओं के मीडिया का विस्तार हुआ है। जितने खबरिया चैनल भारत में हैं, उतने दुनिया के किसी और दूसरे देश में नहीं हैं। अमेरिका के प्रख्यात लेखक ऑथर मिलर ने कहा था कि ‘सही मायने में समाचार-पत्र कहलाने का अधिकार उसे ही है, जिसमें देश खुद से बात करता हुआ दिखे।’ बहर-हाल भारत में ऐसा कोई भी मुख्य धारा का अखबार नहीं है, जिसमें देश खुद से बात करता हुआ दिखे।

For More Information Visit  :  https://srsinternational.org/media-ki-kali-kartuten-multi-languages

0 Comments

Submit a Comment

Related Articles

Media ka Vyabhichar | मीडिया का व्यभिचार- फैशन, सेक्स व विज्ञापन

Media ka Vyabhichar | मीडिया का व्यभिचार- फैशन, सेक्स व विज्ञापन

आज सुबह से लेकर शाम तक मीडिया में पाश्चात्य कचरा फैशन, सेक्स, ग्लैमर आदि को प्रमुखता दी जा रही हैं जो Media ka Vyabhichar है । इस पर चर्चा करेगें । Media ka Vyabhichar- फैशन, सेक्स व विज्ञापन आज सुबह से लेकर शाम तक मीडिया के लेखों और कार्यक्रमों में पाश्चात्य कचरा...

read more
Media ki Kali karatut – मीडिया की काली करतूत व राष्ट्रद्रोह

Media ki Kali karatut – मीडिया की काली करतूत व राष्ट्रद्रोह

Media ki Kali karatut आज उजागर हो चुकी है वह लोगों की मुख्य समस्याओं से ध्यान हटाकर निराधार मुद्दों पर ही ध्यान केन्द्रित करता है । Media ki Kali karatut va Rastradroh | मीडिया की काली करतूत व राष्ट्रद्रोह मीडिया देश और समाज की मुख्य समस्याओं से जनता का ध्यान हटाकर...

read more

New Articles

Garbhadharaṇa ra sambhogakala | गर्भधारण र सम्भोगकाल (Nepali)

Garbhadharaṇa ra sambhogakala | गर्भधारण र सम्भोगकाल (Nepali)

यस Garbhadharaṇa ra sambhogakala लेखमा दिव्य सन्तान पाउनका लागि सम्भोग गर्ने समय र विधि बताइएको छ। Garbhadharaṇa ra sambhogakala | गर्भधारण र सम्भोगकाल सहवास हेतु श्रेष्ठ समय * उत्तम सन्तान प्राप्त गर्नका लागि सप्ताहका सातै बारका रात्रिका शुभ समय यसप्रकार छन् : -...

read more
Santa avahēlanākō phala | सन्त अवहेलनाको फल

Santa avahēlanākō phala | सन्त अवहेलनाको फल

यस Santa avahēlanākō phala लेखमा सन्त महापुरुषको अवहेलनाबाट कस्तो दुष्परिणाम भोग्नुपर्छ भन्ने ज्ञान पाइन्छ। Santa avahēlanākō phala | सन्त अवहेलनाको फल आत्मानन्दको मस्तीमा निमग्न रहने कुनै सन्तलाई देखेर एक जना सेठले सोचे, ‘ब्रह्मज्ञानीको सेवा ठुलो भाग्यले पाइन्छ ।...

read more
Bharat Ka Sanskritik Samrajya । भारत का सांस्कृतिक साम्राज्य

Bharat Ka Sanskritik Samrajya । भारत का सांस्कृतिक साम्राज्य

प्राचीन काल में Bharat Ka Sanskritik Samrajya पूरे विश्व में फैला हुआ था । हमारे इतिहार व प्राप्त खुदाई के साक्ष्य इसके गवाहा हैं । Bharat Ka Sanskritik Samrajya । Cultural Empire Of India प्राचीन समय में आर्य सभ्यता और संस्कृति का विस्तार किन-किन क्षेत्रों में हुआ...

read more
Sabaibhanda Ramro Swasthya Rasayana | सबैभन्दा राम्रो स्वास्थ्य रसायन- Nepali

Sabaibhanda Ramro Swasthya Rasayana | सबैभन्दा राम्रो स्वास्थ्य रसायन- Nepali

यस Sabaibhanda Ramro Swasthya Rasayana लेखमा पूर्ण स्वास्थ्यका लागि बताइएका युक्तिहरूको अभ्यासबाट पूर्ण स्वास्थ्य प्राप्त गर्न सकिन्छ। Sabaibhanda Ramro Swasthya Rasayana सबैभन्दा राम्रो स्वास्थ्य रसायन ♦ हरेक बिहानी तुलसीको पाँचसात ओटा पात चपाएर एक गिलास बासी पानी...

read more
Upayogi Mudraharu | उपयोगी मुद्राहरू- Nepali

Upayogi Mudraharu | उपयोगी मुद्राहरू- Nepali

यस Upayogi Mudraharu लेशमा स्वास्थ्यका केही उपयोगी मुद्राबारे जानकारी दिइएको छ। Upayogi Mudraharu | उपयोगी मुद्राहरू बिहानीपख नित्यकर्म गरिसकेपछि आसन ओछयाएर पद्मासन अथवा सुखासन जमाएर बस्ने । 5-10 गहिरो सास लिएर बिस्तारै बिस्तारै छाडने । त्यसपछि शान्तचित्त भएर निम्न...

read more
Namak ke Prakar- नमक के प्रकार भारत में

Namak ke Prakar- नमक के प्रकार भारत में

भारत में Namak ke Prakar नमक के प्रकार को जानने के लिए व रस, अम्ल क्षार का उपयोग कैसे होता है यहाँ जानने को मिलेगा । Namak ke Prakar- नमक के प्रकार भारत में सौवर्चलसैन्धवकं चूलिकमामुद्ररोमकविडानि  । षडुूलवणान्येति तु सर्जीयवटंकणाः क्षाराः     । । - रस हृदय, नवम पटल...

read more