Gyan ka Aadi Srot: Bharat । ज्ञान का आदि स्रोत : भारत

Written by Rajesh Sharma

📅 April 24, 2022

Gyan ka Aadi Srot: Bharat । ज्ञान का आदि स्रोत : भारत

अरेबियनों के द्वारा यूरोप को जो ज्ञान मिला, उसके मूल खोजकर्ता भारतीय थे । Gyanka Aadi Srot: Bharat ही है इसे हम यहाँ देख सकते हैं ।

Gyanka Aadi Srot: Bharat ।

Original source of knowledge: India

Gyan ka Aadi Srot: Bharat । ज्ञान का आदि स्रोत : भारतअरबियन शासक खलीफा अल मंसूर

के शासनकाल ‘743-774’ में

ज्योतिष और गणित की

भारतीय पुस्तकों का अनुवाद

अरबी भाषा में किया गया ।

‘‘बहुत-सी ऐसी बातें हैं जिनके लिए हम मूरों (अरबी) के कृतज्ञ हैं ।

उन्होंने अंधकार में सोए हुए असभ्य यूरोप में भारत व पूर्व के देशों के ज्ञान का प्रकाश फैलाया ।

हिंद वालों से सीखी हुई नई अद्भुत अंक-पद्धति का उन्होंने ही स्पेन में प्रचार किया ।

इसी नई अंक-पद्धति ने विज्ञान और इंजीनियरी को तेजी से आगे बढ़ाया है ।’’

– अल्फ्रेड हूपर

(गणित शास्त्र के प्रसिद्ध इतिहासज्ञ)

गणित के इतिहासकार डार्क.जे.स्टरिक ने ‘हिस्ट्री ऑफ अर्थमेटिक’ में प्रमाणपूर्वक इस तथ्य को सिद्ध किया है कि अरेबियनों के द्वारा यूरोप को जो ज्ञान मिला, उसके मूल खोजकर्ता भारतीय थे ।

How entirely does the Upanishad breathe throughout the holy spirit of the Vedas! How is every one, who by a diligent study of its Persian Latin has become familiar with that incomparable book, stirred by that spirit to the very depth of his Soul!

– Arthur Schopenhauer

 

0 Comments

Submit a Comment

Related Articles

Shoony Ki Khoj | शून्य की खोज

Shoony Ki Khoj | शून्य की खोज

Shoony Ki Khoj भारतीयों ने शून्य को स्थान, संज्ञा, प्रकृति और संकेत प्रदान करने के साथ-साथ इसे उपयोगी शक्ति भी प्रदान की । इसे हम यहाँ समझेगें । Shoony Ki Khoj | शून्य की खोज | Research for zero विश्व के तमाम आविष्कार यदि एक पलड़े में रख दिए जाएँ और दूसरे पर केवल शून्य...

read more
Bhartiya Antarrashtriya Ank Sanket | भारतीय अंतर्राष्ट्रीय अंक संकेत

Bhartiya Antarrashtriya Ank Sanket | भारतीय अंतर्राष्ट्रीय अंक संकेत

आज संपूर्ण विश्व जिन Bhartiya Antarrashtriya Ank Sanket का उपयोग करता है,उनका आविष्कार भारत में हुआ है । यह कब कैसे हुआ इसे यहाँ समझेगें । Bhartiya Antarrashtriya Ank Sanket Indian International Numeral System आज संपूर्ण विश्व जिन अंकों का उपयोग करता है, उनका आविष्कार...

read more
Ganit ki Khoj | गणित की खोज

Ganit ki Khoj | गणित की खोज

प्राचीनकाल में ईसा से सैकड़ों वर्ष पूर्व से ही हमारे देश में गणित | Ganit का विषेश महत्व रहा है । गणित के अंतर्गत सामान्यत:इन विषयों का समावेश होता है - अंक Ganit,बीजगणित, रेखागणित और ज्यामिती । इन सभी विषयों पर भारत ने जो पध्दतियाँ विकसित की हैं उनमें से अनेक आज...

read more

New Articles

Paee ka maan | पाई का मान

Paee ka maan | पाई का मान

भास्कराचार्य ने अपनेज्यामितिशास्त्रीय ग्रंथ‘लीलावती’ में Paee ka maan | पाई का मान दिया है । जो भारत के वैदिक शास्त्रोंं में वर्णित है । जो यहाँ हम समझेगें । Paee ka maan | पाई का मान | value of pi भास्कराचार्य ने अपने ज्यामितिशास्त्रीय ग्रंथ ‘लीलावती’ में पाई का मान...

read more
Trikonmiti Ki Khoj- त्रिकोणमिति की खोज किसने की

Trikonmiti Ki Khoj- त्रिकोणमिति की खोज किसने की

Trikonmiti Ki Khoj एवं प्रयोग प्राचीन भारत में किया गया । जो और देशों से होते हुए फिर से भारत में कुछ औऱ शब्द लिए पहुचाँ । Trikonmiti Ki Khoj- Who DiscoveredTtrigonometry ? त्रिकोणमिति का आविष्कार एवं प्रयोग प्राचीन भारत में किया गया । भारतीय ‘ज्या’ और ‘कोटिज्या’ ही...

read more
Jyamiti ki Khoj | ज्यामिति की खोज

Jyamiti ki Khoj | ज्यामिति की खोज

ज्यामिति की खोज | Jyamiti ki Khoj भारत में हुई । इसका सर्वप्रथम प्रयोग भारतीयों ने ही किया । इसका कहाँ और कैसे उपयोग किया हम याहाँं समझेगें । Jyamiti | ज्यामिति | Geometry रेखागणित की परम्परा वैदिक यज्ञ परम्परा के साथ-साथ जुड़ी रही । विभिन्न प्रकार की यज्ञ वेदियों के...

read more
Prem/ Vasana | प्रेम/ वासना | Love Vs Lust

Prem/ Vasana | प्रेम/ वासना | Love Vs Lust

संवेदन, भावना, वासना और कलनाये चार ही इस संसार में अनर्थ पैदा करने वाले हैं । ये चारों मिथ्याभूत अर्थो का अवलम्बन करते हैं जो Prem/ Vasana Prem/ Vasana | प्रेम/ वासना | Love Vs Lust संसार रुपी अनर्थ के निराश का उपाय जानने के लिए, पहले उसके बीजों को जानना जरुरी है । वह...

read more
Shoony Ki Khoj | शून्य की खोज

Shoony Ki Khoj | शून्य की खोज

Shoony Ki Khoj भारतीयों ने शून्य को स्थान, संज्ञा, प्रकृति और संकेत प्रदान करने के साथ-साथ इसे उपयोगी शक्ति भी प्रदान की । इसे हम यहाँ समझेगें । Shoony Ki Khoj | शून्य की खोज | Research for zero विश्व के तमाम आविष्कार यदि एक पलड़े में रख दिए जाएँ और दूसरे पर केवल शून्य...

read more